- प्रिंसिपल को पुलिस ने किया गिरफ्तार
लखनऊ : अलीगंज थाना क्षेत्र स्थित ब्राइटलैंड स्कूल में पहली क्लास के बच्चे पर चाकू से हमले के मामले में पुलिस ने गुरुवार को आरोपी सातवीं क्लास की छात्रा को हिरासत में ले लिया। इससे कुछ ही देर पहले प्रिंसिपल रीना मानस को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल जाकर घायल बच्चे से मुलाकात की है।
लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि छात्रा ने छात्र पर सब्जी काटने वाले चाकू से हमला किया है। हमने छात्र की शरीर से मिले लड़की के बाल को डीएनए टेस्ट के लिए भेज दिया है। छात्रा को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को ब्राइटलैंड स्कूल में मंगलवार को असेम्बली के बाद अपनी क्लास में जा रहे कक्षा-सात की छात्र ने कक्षा-एक के छात्र को चाकू से हमला कर लहूलुहान कर दिया। छात्रा उसे बहला कर दूसरी मंजिल पर स्थित बाथरूम में ले गई। वहां दुपट्टे से उसके हाथ बांधकर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर डाले। छात्र को मरा समझ कर छात्रा बाहर से दरवाजा बंद करके चली गई। स्कूल का राउंड ले रहे सिक्योरिटी इंचार्ज अमित सिंह चौहान ने खटपट की आवाज सुनकर बाथरूम का दरवाजा खोला तो छात्र लहूलुहान पड़ा था। आननफानन में उसे ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया।
बुधवार सुबह स्कूल के डायरेक्टर रचित मानस ने एएसपी ट्रांसगोमती हरेन्द्र कुमार को फोन करके घटना की जानकारी दी। स्कूल में छात्र पर हमले की सूचना पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने स्कूल प्रबंधक की तहरीर पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। अलीगंज के त्रिवेणीनगर में ब्राइटलैंड स्कूल है, जहां नर्सरी से लेकर इंटरमीडिएट तक की कक्षाएं चलती हैं। त्रिवेणीनगर निवासी रमेश कुमार का छह वर्षीय बेटा स्कूल में कक्षा-एक का छात्र है। उन्होंने मंगलवार सुबह पौने दस बजे बच्चे को स्कूल छोड़ा था। प्रिंसिपल रीना मानस ने बताया कि, असेम्बली (प्रार्थना सभा) खत्म होने के बाद सभी बच्चे अपने-अपने क्लास रूम में चले गए। इसके कुछ देर बाद सिक्योरिटी इंचार्ज ने बच्चे को बाथरूम में लहूलुहान पाया।
ट्रॉमा सेंटर में होश आने पर छात्र ने जब आपबीती बताई तो सभी सन्न रह गए। उसने बताया कि वह अपनी क्लास में जा रहा था। तभी दीदी (आरोपी छात्र) ने उसे रोक कर उसका नाम पूछा। इसके बाद वह उसे बॉथरूम में ले गई। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाता, दीदी ने उसे पीटना शुरू कर दिया। फिर दुपट्टे से उसके हाथ बांधे और दुपट्टे का एक सिरा उसके मुंह में ठूंस दिया। इसके बाद वह उसे बॉथरूम में बंद करके चली गई। छात्र ने बताया कि, एक मिनट बाद वह हाथ में चाकू लेकर वापस लौटी। यह देख वह बुरी तरह सहम गया और अपनी जान की भीख मांगने लगा। इस पर भी छात्रा का दिल नहीं पसीजा। छात्र ने बताया कि, उसे गिड़गिड़ाते देख छात्रा मुस्कुराते हुए बोली कि, तुम्हें मारा नहीं तो स्कूल में छुट्टी कैसे होगी। इतना कहते हुए वह मासूम पर टूट पड़ी। पहले उसका गला दबाकर मारने की कोशिश की। लेकिन, छात्र के संघर्ष करने पर छात्रा ने उस पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए।
छात्र ने बताया कि चेहरे, सीने व पेट में गहरे घाव होने से वह खून से लथपथ हो गया। कुछ ही देर बाद वह बेहोश होकर गिर गया। छात्र के मुताबिक छात्रा उसे मरा हुआ समझकर वहां से चली गई। होश आने पर उसने बॉथरूम के दरवाजे पर लात मारनी शुरू की। खुश किस्मती से उस वक्त सिक्योरिटी इंचार्ज अमित वहां से गुजर रहे थे। आवाज सुनकर उन्होंने दरवाजा खोला और उसे अस्पताल पहुंचा दिया। वरना उसकी मौत निश्चित थी।
स्कूल प्रबंधक रोहन मानस के पूछने पर छात्र ने बताया कि, वह हमला करने वाली छात्रा का नाम नहीं जानता है। हालांकि छात्र ने आरोपी छात्रा का जो हुलिया बताया उसकी मदद से स्कूल प्रबंधन ने उसे चिन्हित कर लिया। छात्र ने अपने बयान में बताया कि आरोपी छात्रा स्कर्ट पहनी हुई थी और उसके ‘बॉय कट’ बाल थे। डायरेक्टर रचित मानस ने बताया कि, स्कूल में कक्षा-8 तक की छात्राएं स्कर्ट पहनती हैं, जबकि सीनियर छात्रओं के लिए ड्रेस कोड सलवार सूट है। इससे यह साफ हो गया कि, हमला करने वाली छात्र कक्षा-8 या उसके नीचे की कक्षा की है। इस पर स्कूल प्रबंधन ने बॉय कट बालों वाली छात्राओं का ब्यौरा जुटाया। इसमें तीन छात्राएं शक के घेरे में आईं। इसके बाद छात्र को मोबाइल में इन छात्राओं की फोटो दिखाई गई, जिसमें से एक छात्रा को उसने हमलावर के रूप में पहचान लिया।
डायरेक्टर रचित मानस ने बताया कि, आरोपी छात्रा से डेढ़ घंटे तक पूछताछ की गई लेकिन उसने खुद को निर्दोष बताया है। स्कूल प्रशासन ने छात्रा के अभिभावकों को भी बुलाया और उन्हें मामले की जानकारी दी। लेकिन, पूछताछ किए जाने पर छात्रा के अभिभावक विरोध करने लगे। बुधवार को भी आरोपी छात्रा रोजाना की तरह स्कूल आई। एएसपी हरेन्द्र कुमार ने बताया कि अब महिला पुलिस अधिकारी द्वारा छात्रा से पूछताछ की जाएगी।
इस घटना से तमाम सवाल खड़े हो गए हैं। कक्षा एक में पढ़ने वाले छात्र ने ऐसा क्या किया था कि उस पर जानलेवा हमला किया गया। यह बात न तो पुलिस के समझ में आ रही है और न ही स्कूल प्रशासन के। आरोपी छात्रा और छात्र के बीच किसी तरह का विवाद होने की बात भी सामने नहीं आई है। छात्र का कहना है कि छात्रा ने उस पर हमला इसलिए किया ताकि स्कूल में छुट्टी हो सके।
प्रसिपल रीना मानस ने बताया कि स्कूल में 70 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। लेकिन, गैलरी से मुड़कर बॉथरूम की तरफ जाने वाले रास्ते में सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है।
अभिभावकों ने किया प्रदर्शन
इस घटना के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शित करने के लिए गुरुवार को ब्राइटलैंड स्कूल के बाहर कई छात्र-छात्राओं के अभिभावकों ने मिलकर प्रदर्शन किया। नाराज अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन के साथ साथ पुलिस के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। आरोप था कि घटना के 48 घंटे बीतने के बावजूद पुलिस कोई कार्रवाई नही कर रही है। अभिभावकों का कहना था कि, जो बयान पुलिस और स्कूल प्रबंधन दे रहे हैं, वो हजम होने लायक नही है है। त्रिवेणी नगर निवासी कमलेश राजपुत ने बताया की उनके दो बच्चे इसी स्कूल में पढ़ते है। ऐसी घटना से वो अपने बच्चों को महफूज नही समझ पा रहे है। फैजुल्लागंज निवासी अनिल कुमार के बच्चे भी इसी स्कूल में पढ़ते है। उनका कहना था कि, 15 दिन की छुट्टियों के बाद कैसे कोई 7वीं की लड़की महज छुट्टी के लिए चाकू से हमला कर सकती है। ये बात हजम नही हो रही है। उन्होंने बताया कि, कुछ न कुछ बात जरूर है जिस पर पुलिस व स्कूल प्रबंधन मिलकर पर्दा डाल रहा है।
पुलिस ने प्रिंसिपल को किया गिरफ्तार
पुलिस ने मामले की छानबीन और पूछताछ करने के लिए ब्राइटलैंड स्कूल की प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया गया। छात्र के परिजनों ने आरोप लगाया था कि, स्कूल प्रबंधन हमले की असली वजह को छुपा रहा है।