‘मन की बात’ में मोदी बोले नोटबंदी से लोगों के दर्द को महसूस किया
‘मन की बात में मोदी ने कहा कानून सबके लिए समान, राजनीतिक दलों को छूट नहीं’
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज साल 2016 में आखिरी बार मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश के लोगों को संबोधित किया। अपने संबोधन में सबसे पहले उन्होंने देश वासियों को क्रिसमस की बधाई दी। पं. मालवीय को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। पीएम ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि आज क्रिसमस के दिन सौगात के रूप में देशवासियों को दो योजनाओं का लाभ मिलने जा रहा है। नोटबंदी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि कानून सबके लिए समान है। राजनीतिक दलों को कोई छूट नहीं मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि नोटबंदी से आम लोगों को जो परेशानियां हुई, उस दर्द को उन्होंने स्वयं भी महसूस किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का अहसास था कि इससे आम जनता को परेशानी होगी, लेकिन यह भ्रष्टाचार और काले धन पर अंकुश लगाने के लिए जरूरी था। मोदी ने कहा कि उन्हें नोटबंदी पर लोगों से तीन तरह के सुझाव मिले हैं।
मोदी ने अपने मासिक रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ में कहा, ‘लोग दर्द से गुजर रहे हैं। किसने इस दर्द को महसूस नहीं किया। मैंने इस दर्द को लोगों से अधिक महसूस किया है।’ मोदी ने कहा कि उन्हें नोटबंदी पर लोगों से तीन तरह के सुझाव मिले हैं।
उन्होंने कहा, ‘कुछ लोगों ने नागरिकों के सामने आ रही समस्याओं, असुविधाओं के बारे में लिखा। दूसरी श्रेणी में लोगों ने इसे राष्ट्र के हित में अच्छे काम के रूप में चिन्हित किया। उन्होंने हालांकि कुछ हिस्सों में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के नए तरीकों पर भी बात की। तीसरी श्रेणी में लोगों ने नोटबंदी के कदम का समर्थन किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने काले धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ युद्ध जारी रखने का आग्रह किया।’
इस मौके पर पीएम ने डिजिटल पेंमेट का इस्तेमाल करने वालों लोगों को सम्मानित करने वाली योजना के बारें में विस्तार से समझाया। पीएम मोदी ने साफ कहा कि इसका मकसद गरीब लोगों को फायदा पहुंचाना है। मोदी ने ये भी जानकारी दी कि डिजिटल पेमेंट 300 फीसदी तक बढ़ रहा है। पीएम ने सभी राज्यों की सरकारों को बधाई दी है। पीएम ने कहा है कि अब मजदूरों को भी पैसे बैंक अकाउंट में दिए जा रहे है। पीएम ने मोदी ने साल की आखिरी मन की बात के कार्यक्रम की शुरुआत देशवासियों को क्रिसमस की बधाई देते हुए की। उन्होंने मदन मोहन मालवीय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी जन्मदिन की बधाई दी।
पीएम ने कहा मुझे पता है कि कुछ लोगों ने अफवाहों से आपको परेशान किया। कभी नमक की अफवाह कभी कोई नोट बंद होने की अफवाह लेकिन मेरे देश के लोगों ने इनका भी डटकर सामना किया। वहीं पीएम ने संसद की कार्यवाही को बाधित करने पर विपक्षी दलों को जिम्मेदार ठहराया। पीएम ने आगे कहा कि मेरे साथ 125 करोड़ लोगों का आशीर्वाद है मुझे किसी बात की परवाह नहीं है।
पीएम ने बताया कि बार-बार नियम बदलने के मामले में सरकार जनता से फीडबैक लेती है और जो नियम बदलते हैं वह उन्हीं के आधार पर बदलते हैं। पीएम ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की तो अभी शुरुआत है। बड़ा धारदार बेनामी संपत्ति का कानून हमने बनाया है। इसके लिए पीएम पहले ही लोगों से इस विषय और थीम पर सुझाव मांग चुके हैं। उन्होंने इसके लिए एक टोल फ्री नम्बर पर कॉल करने या एक मोबाइल एप के जरिये सुझाव प्रेषित करने को कहा था।
आज क्रिसमस का मौका भी है और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन भी है। पिछले संस्करण में पीएम ने कैशलेस इकनामी अपनाने पर जोर दिया था। पीएम मोदी ने कहा था कि नोटबंदी का निर्णय सामान्य नहीं है, कठिनाइयों से भरा हुआ है।
बेनामी संपत्ति को बनाया धारदार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बेनामी संपत्ति कानून को बहुत धारदार बनाया है और आने वाले समय में उसे भी लागू करुंगा। उन्होंने कहा कि बार-बार नियम बदलने के मामले में सरकार जनता से बार-बार फीडबैक लेती है और जो नियम बदलते हैं वह उन्ही के आधार पर बदलते हैं।
दिव्यांगों के पास होंगे नौकरी के ज्यादा अवसर
संसद का सत्र न चलने से देशवासियों में रोष है लेकिन इस बीच एक उत्तम काम भी हुआ जिस पर किसी का ध्यान नहीं दिया। इस बीच दिव्यांगों से जुड़ा एक बिल संसद में पारित हुआ। इस कानून के बाद दिव्यांगों के पास नौकरी के ज्यादा अवसर होंगे। सरकारी नौकरी में उनके लिए आरक्षण की सीमा बढ़ाकर 4 फीसदी कर दी है।