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पुलिस महिला जवान ने बढ़ाया प्रदेश का मान, राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में प्राप्त किया दूसरा स्थान
”कानून के संरक्षक के तौर पर मानवाधिकारों को बनाए रखना पुलिस का व्यवसायिक कर्तव्य के प्रति जिम्मेदारी”
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पुलिस कर्मी को शुभकामनाएं देते हुए की उनके उज्जवल भविष्य की कामना
उत्तराखण्ड पुलिस की हेड कांस्टेबल सुषमा रानी,40 वाहिनी हरिद्वार में तैनात ने राष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त किया दूसरा स्थान
पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी सहित पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार रतूड़ी ने थपथपाई हेड कांस्टेबल की पीठ
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : उत्तराखंड पुलिस की महिला जवान पुलिसिंग ही नहीं बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी प्रदेश का मान बढ़ा रहीं है, ऐसी ही एक पुलिस हेड कांस्टेबल महिला सुषमा रानी ने राष्ट्रीय स्तर की वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्राप्त किया दूसरा स्थान प्राप्त कर उत्तराखंड पुलिस का ही नहीं बल्कि उत्तराखंड प्रदेश का भी मान बढ़ाया है। ऐसी पुलिस कर्मी के इस तरह के प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पुलिस कर्मी को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि ऐसे पुलिस कर्मियों की प्रतिभा से राज्य का सम्मान राष्ट्रीय क्षितिज पर बढ़ा है। उन्होंने अन्य पुलिस कर्मियों से अपने नित्य कार्य के अलावा इसी तरह अपनी प्रतिभा को निखारने और उसका प्रदर्शन करने की सलाह दी है।
गौरतलब हो कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली द्वारा आगामी 10 दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस 2020 के परिपेक्ष्य में नवम्बर 25 और 26 को “कानून के संरक्षक के तौर पर मानवाधिकारों को बनाए रखना पुलिस का व्यवसायिक कर्तव्य के प्रति जिम्मेदारी भी है” विषय पर एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धा आयोजित की गई।
यह वाद-विवाद प्रतियोगिता ऑनलाइन-वेबनार आयोजन की गयी थी जिसमें उत्तराखण्ड पुलिस की हेड कांस्टेबल सुषमा रानी जो 40 वाहिनी हरिद्वार में तैनात हैं,ने राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इस ऑन लाइन प्रतियोगिता में देश के 26 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिसकर्मियों ने प्रतिभाग किया।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली के निर्देशानुसार राज्य स्तर पर दिनांक 10 नवंबर 2020 को पुलिस मुख्यालय, उत्तराखण्ड, देहरादून में एक वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता हेतु हेड कांस्टेबल सुषमा रानी को चयनित किया गया था।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा अब आगामी 10 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर पुरस्कार वितरण सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें हेड कांस्टेबल सुषमा रानी को नकद पुरस्कार, ट्राॅफी एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा।