PM मोदी ने संसद के बजट सत्र 2023 के शुरू होने से पहले कही ये बात

PM Modi बोले- आज राष्ट्रपति मुर्मू का पहला अभिभाषण, यह नारी सम्मान का अवसर
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बजट सत्र 2023 के शुरू होने से पहले मंगलवार को कहा कि आज बजट सत्र शुरू हो रहा है। अर्थ जगत में जिनकी मान्यता है उनकी आवाज आशा की किरण ला रही है।
एडीजी कोर्ट से हाकम सिंह को मिली जमानत
आज भारत की वर्तमान राष्ट्रपति संयुक्त सदन को पहली बार संबोधित करने जा रही हैं। उनका संबोधन भारत के संविधान, संसदीय प्रणाली का गौरव है और आज नारी सम्मान का भी अवसर है।
आज राष्ट्रपति जी संसद के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करने जा रही हैं।
ये नारी सम्मान का भी अवसर है और दूर-सुदूर जंगलों में जीवन बसर करने वाली हमारी महान आदिवासी परंपरा के सम्मान का भी अवसर है।
– पीएम @narendramodi pic.twitter.com/QsmKL2BbR8
— BJP (@BJP4India) January 31, 2023
संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है। सत्र की शुरुआत सुबह 11 बजे सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से होगी। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इकोनॉमिक सर्वे पेश करेंगी। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बजट से लोगों को काफी उम्मीदें होंगी।
PM Shri @narendramodi's remarks ahead of the Budget Session 2023 in Parliament. https://t.co/bsNpHxyQGj
— BJP (@BJP4India) January 31, 2023
उन्होंने कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण है। राष्ट्रपति संसद में पहली बार जॉइंट सेशन को संबोधित करेंगे। इस सदन में तकरार तो होगी ही, तकरीर भी होनी चाहिए। विपक्ष पूरी तैयारी के साथ आया है। हम बहुत अच्छी तरह मंथन करके देश के लिए अमृत निकालेंगे। हमारे देश के बजट में विश्व की नजर है। हमारे देश की ओर दुनिया आशा से देख रही है। हमार लक्ष्य देश पहले-देशवासी पहले होना चाहिए।
बता दें 1 फरवरी यानी कल संसद में आम बजट पेश किया जाएगा। यह मोदी सरकार का अंतिम पूर्ण बजट है। मोदी सरकार साल 2014 से अब तक कुल 9 बजट पेश कर चुकी है। इस साल 10वां बजट पेश करने जा रही है।
इससे पहले सोमवार को सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक में 27 दलों के 37 नेता मौजूद रहे।
केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि बैठक अच्छी रही। हम सदन को बेहतर ढंग से चलाने के लिए विपक्ष का सहयोग चाहते हैं। हम सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं। उन्होंने बताया कि बैठक में कांग्रेस और सपा के नेता मौजूद नहीं थे। हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने लेटर लिखकर बता दिया था कि वे मौसम के चलते कश्मीर में फंसे हैं, इसलिए उनके नेता नहीं आ सकते हैं। पार्टी से 31 जनवरी को अलग से चर्चा की जाएगी।