नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी का अमेरिका दौरा खत्म हो चुका है. पीएम मोदी ने यूएन के मंच से पूरी दुनिया को ‘ग्लोबल संदेश’ दिया है. शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने दुनिया की वर्तमान चुनौतियों का जिक्र करते हुए बेहतर भविष्य के निर्माण का जिक्र किया.
PM मोदी के भाषण की प्रमुख बातें
पाकिस्तान पर निशाना
न्यूयॉर्क में यूएन मुख्यालय तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया. पाकिस्तान का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने साफ कहा, ‘जो देश आतंकवाद का राजनीतिक इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें ये समझना होगा कि आतंकवाद उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है.’ पीएम मोदी ने कहा दुनिया के सामने चरमपंथ का खतरा बढ़ता जा रहा है. ऐसे हालातों में विश्व को साइंस बेस्ड और तरक्की पर आधारित सोच को विकास का आधार बनाना होगा. Regressive Thinking के साथ जो देश आतंकवाद को पॉलिटिकल टूल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें भी संभलने की जरूरत है.
‘अफगानिस्तान के लोगों की चिंता’
पीएम मोदी ने कहा, ‘ये तय किया जाना बेहद जरूरी है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने के लिए न हो. हमें इस बात के लिए भी सतर्क रहना होगा कि वहां की नाजुक स्थिति का इस्तेमाल कोई देश अपने निजी स्वार्थ के लिए न कर सके. इस समय अफगानिस्तान की जनता, वहां की महिलाओं और बच्चों को मदद की जरूरत है. इस विषय में भी हमें अपना दायित्व निभाना ही होगा.’
इनोवेशन पर बरकरार रहे फोकस: PM
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में हो रहे साइंस और टेक्नोलॉजी आधारित इनोवेशंस दुनिया के लिए मददगार साबित हो सकते हैं. हमारे Tech-Solutions का स्केल और उनकी लागत का कम होना, हमारी यूएसपी है. पीएम मोदी ने कहा, ‘मानव जीवन में प्रौद्योगिकी का बहुत बड़ा महत्व है. बदलते समाज में ये सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि टेक्नॉलजी लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ आए.’
‘दुनिया ने माना भारतीय वैक्सीन का लोहा’
पीएम ने अपने संबोधन में COWIN की भी चर्चा की और दुनिया के वैक्सीन निर्माताओं को भारत आकर वैक्सीन का निर्माण करने का निमंत्रण दिया और कहा कि भारत ने दुनिया की पहली DNA वैक्सीन तैयार कर ली है. इसे 12 साल से बड़ी उम्र के लोगों को लगाया जा सकता है. देश की एक और MRNA वैक्सीन अपने डेवलपमेंट के आखिरी चरण में है. भारतीय वैज्ञानिक कोरोना की नेजल वैक्सीन के निर्माण में लगे हैं. पीएम मोदी ने ये भी कहा, ‘हमने जरूरतमंद देशों को वैक्सीन की सप्लाई फिर से शुरू कर दी है.’
‘UN को विश्वसनीयता बढ़ाने की सीख’
पीएम मोदी ने यूएनजीए के मंच से आतंक पर जमकर प्रहार करने के साथ संयुक्त राष्ट्र (UN) को भी अपनी विश्वसनीयता बढ़ाने की सीख दी. पीएम मोदी ने सरकार का नेतृत्व करने के अपने अनुभव के आधार पर कई बातें की. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने चाणक्य के कथन का जिक्र करते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ को अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए इफेक्टिवनेस को सुधारने की जरूरत पर बल दिया.
लोकतंत्र की ताकत
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं उस देश का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं जिसे मदर ऑफ डेमोक्रेसी का गौरव हासिल है. लोकतंत्र की हमारी हजारों वर्षों की महान परंपरा रही है. इस 15 अगस्त को भारत ने अपनी आजादी के 75वें साल में प्रवेश किया. हमारी विविधता, हमारे सशक्त लोकतंत्र की पहचान है. एक ऐसा देश जिसमें दर्जनों भाषाएं हैं, सैकड़ों बोलियां हैं, अलग-अलग रहन सहन, खान-पान है. ये वाइब्रेंट डेमोक्रेसी का उदाहरण है.’
समंदर साझी विरासत
पीएम मोदी ने समंदर को साझी विरासत बताते हुए कहा, ‘हम इसे यूज करें, अब्यूज नहीं. हमारे समंदर अंतरराष्ट्रीय व्यापार की लाइफलाइन भी हैं. सुरक्षा परिषद में भारत की प्रेसिडेंसी के दौरान बनी विस्तृत सहमति विश्व को मैरीटाइम सिक्योरिटी की दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग दिखाती है.’