केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की आयु में कोई कमी नहीं कर रही

पीआईबी फैक्ट चेक ने झूठी खबर का पर्दाफाश किया
Claim: A web news portal claims Centre is likely to reduce retirement age of Central Government employees to 50 In #Coronavirus Crisis#PIBFactCheck: The claim made within the report is false. Centre is neither planning nor discussing any such move#COVID19 #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/d9jaWnUwxs
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) April 26, 2020
एक अन्य ट्वीट में पीआईबी फैक्ट चेक ने आज व्हाट्सएप पर एक फेक खबर का पर्दाफाश किया, जिसमें दावा किया गया था कि सरकार एक अधिनियम लाने जा रही है जिसके तहत सभी वेतनभोगी व्यक्तियों को 18 प्रतिशत धनराशि जमा करने की आवश्यकता होगी। ट्वीट में स्पष्ट किया गया है कि सरकार ऐसे किसी कानून को लाने पर विचार नहीं कर रही है। ट्वीट में लोगों को सलाह दी गई है कि वे किसी भी असत्यापित जानकारी को फॉरवर्ड नहीं करें।
Claim: WhatsApp forward claims Government is going to bring in Act to have 18% income deposited by all tax payers #PIBFactCheck: No such move being discussed by the Government. This is a figment of imagination aimed at scaremongering. Please do not forward any such #FakeNews pic.twitter.com/z9H90uXG7n
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) April 26, 2020
पीआईबी, असम द्वारा मणिपुर में प्रकाशित एक खबर के बारे में तथ्य की जांच की गई थी। इस खबर में दावा किया गया था कि कोरोनो वायरस संकट के बीच तामेंगलोंग का जिला अस्पताल बुनियादी ढांचे और उपकरणों की कमी झेल रहा है। राज्य का स्वास्थ्य विभाग, लेख में किए गए दावे का पहले ही खंडन कर चुका है।
#PIBFactCheck
Claim: Lack of infrastructure, equipment in Tamenglong dist. hospital amid #COVID19 pandemic#FactCheck: #FakeNews
Tamenglong Dist. Admin has sufficient medical equipments & quarantine facility to combat #COVID19https://t.co/ZTOSRlspDD@ImphalTimes @PIBFactCheck pic.twitter.com/1dWge4K6eh— PIB in Assam (@PIB_Guwahati) April 25, 2020
सोशल मीडिया पर झूठी / फेक खबरों के प्रसार और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करने के लिए, पीआईबी ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही अफवाहों का पर्दाफाश करने के लिए एक समर्पित इकाई की स्थापना की है। ‘PIBFactCheck’ ट्विटर पर एक सत्यापित हैंडल है जो सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर ट्रेंडिंग हो रहे संदेशों की निरंतर निगरानी करता है और फेक समाचार का पर्दाफाश करने के लिए सामग्री / संदेशों की व्यापक समीक्षा करता है। इसके अलावा, ट्विटर पर PIBIndia हैंडल और विभिन्न पीआईबी क्षेत्रीय यूनिट हैंडल, ट्विटर समुदाय के लाभ के लिए हैशटैग #PIBFactCheck का उपयोग करके ट्विटर पर किसी भी खबर/पोस्ट का आधिकारिक और प्रामाणिक संस्करण अपलोड कर रहे हैं।
कोई भी व्यक्ति पाठ (टेक्स्ट), ऑडियो और वीडियो सहित किसी भी सोशल मीडिया संदेश को, प्रामाणिकता के सत्यापन के लिए PIBFactCheck पर प्रस्तुत कर सकता है। इन्हें पोर्टल https://factcheck.pib.gov.in/ पर या व्हाट्सएप नंबर +918799711259 पर या ईमेल: pibfactcheck@gmail.com पर ऑनलाइन जमा किया जा सकता है। विवरण पीआईबी की वेबसाइट: https://pib.gov.in. पर भी उपलब्ध हैं।