ऋषभ पन्त के भारतीय टी -20 टीम में आने पर जश्न का माहौल
ऋषभ के गांव में भी जश्न का माहौल
पिथौरागढ़ । ऋषभ के भारतीय टी-20 टीम में सलेक्ट होने के बाद उसके गांव में जश्न का माहौल है। अब वह टी-20 में अंग्रेजों के छक्के छुड़ाएगा। उसके सेलक्ट होने के बाद गांव में सभी ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर जश्न मनाया। मूल रू प से जनपद पिथौरागढ़ के गंगोलीहाट से 15 किमी दूर पाली (भेरंग) आमडाली निवासी चंद्र बल्लभ पंत के पोते ऋषभ पंत का परिवार 30 वर्ष पूर्व रुडक़ी में बस गया। ऋषभ के पिता राजेंद्र पंत रुडक़ी में एक प्राइवेट स्कूल चलाते हैं और माता सरोज पंत गृहणी हैं। ऋषभ के चाचा भूपेश पंत ने बताया कि ऋषभ पांच वर्ष पूर्व अपने पैतृक गांव पाली आए थे।
उन्होंने बताया कि वह बहुत ही मिलनसार व व्यवहार कुशल व्यक्ति हैं। प्रत्येक वर्ष ऋषभ के माता-पिता अपने इष्टदेव की पूजा-अर्चना करने यहां आता है। इष्टदेव के आशीर्वाद व कड़ी मेहनत के बल पर ही ऋषभ ने यह मुकाम हासिल किया है। ऋषभ ने जूनियर वल्र्ड में शानदार प्रदर्शन किया था। इसके बाद आइपीएल-9 में उनका चयन सबसे युवा क्रिकेटर के रू प में हुआ। आइपीएल में शानदार प्रदर्शन के बाद उनका चयन दिल्ली की रणजी टीम में बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर हुआ। उन्होंने यह मौका भी बखूबी निभाया और टीम की ओर से खेलते हुए शानदार तिहरा शतक जड़ा। इसी का परिणाम रहा कि आज उन्हें टीम इंडिया की ब्लू जर्सी पहनने का मौका मिला है। साल की शुरू आत में ही उन्होंने भारतीय टीम की टी-20 में जगह बनाकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इससे पूर्व भी पिथौरागढ़ के ही उन्मुक्त चंद जूनियर वल्र्ड कप में भारत को चैंपियन बना चुके हैं। ऋषभ की इस उपलब्धि पर तमाम खेल प्रेमियों ने खुशी जताते उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। उसे इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले टी-20 के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है।