हज़ारों नम आंखों के बीच पंचतत्व में विलीन हुए पंडित नारायण दत्त तिवारी
- सीएम त्रिवेंद्र रावत और हरदा समेत दिग्गजों ने दी एनडी को श्रद्धांजलि
- रोहित शेखर तिवारी ने दी चिता को मुखाग्नि
हल्द्वानी : चित्रशिला घाट पर विकास पुरुष नारायण दत्त तिवारी पंच तत्व में विलीन हो गए। काठगोदाम से चलकर अंतिम यात्रा चित्रशिला घाट पहुंची। जहां पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने एनडी तिवारी की अर्थी को कंधा दिया। दोपहर बाद पुत्र रोहित शेखर तिवारी ने चिता को मुखाग्नि दी।
इससे पहले आज सुबह हल्द्वानी स्थित सर्किट हाउस में स्व. एनडी तिवारी की पार्थिव देह अंतिम दर्शन के लिए रखी गयी। जहां उन्हें श्रद्धाजंलि देने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे। इसके बाद यहीं से एनडी की अंतिम यात्रा चित्रशिला घाट के लिए रवाना हुई। अंतिम यात्रा में भारी हुजूम उमड़ पड़ा। वाहनों और लोगों की लंबी कतार लग गई।
यात्रा में एनडी के पुत्र रोहित शेखर, पूर्व विधासभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, सुबोध उनियाल, धन सिंह रावत, प्रकाश पंत , भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, सांसद रमेश पोखरियाल, राज्यसभा मेंबर प्रदीप टम्टा, विधायक राम सिंह केड़ा , राजेश शुक्ला सहित अन्य नेता शामिल हुए। द्रोण कैमरे से नगरानी की गई। चित्रशिला घाट में पहुंचे के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने एनडी तिवारी की अर्थी को कंधा दिया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी चित्रशिला घाट पहुंचे और एनडी को श्रद्धांजलि दी। उसके बाद करीब ढाई बजे पुत्र रोहित शेखर तिवारी ने एनडी की चिता को मुखाग्नि दी।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने पं. नारायण दत्त तिवारी को श्रद्वासुमन अर्पित करते हुये कहा कि वे दलगत राजनिती से ऊपर उठकर कार्य करते थे। उनके विकास कार्यो के लिए उनकों युगों-युगों तक याद किया जायेगा। स्व. तिवारी द्वारा प्रदेश मे जो विकास कार्य किये गये हैं उनको वर्तमान सरकार और आगे तक लेकर जायेगी। उन्होने कहा कि स्व0 तिवारी एक सर्वमान्य नेता के साथ ही राजनीति के भीष्म पितामह के रूप मे हमेशा याद कियेे जायेंगें।
वहीं अंत्येष्टि कार्यक्रम में उत्तराखंड के विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, यशपाल आर्य, सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद अजय टम्टा, पूर्व सांसद बलराज पासी, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, वित्त मंत्री प्रकाश पंत, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, प्रदीप टम्टा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व सांसद केसी सिंह बाबा भी पहुंचे।