भाजपा का बेटी बचाओ के बाद अब बेटा बचाओ अभियान
- राजबब्बर ने शाह पर बोला जमकर हमला
- अपने को भी बचाते नज़र आये राज बब्बर
देहरादून। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी के मुनाफे को लेकर उपजे विवाद को कांग्रेस को भाजपा के खिलाफ सियासी हथियार लगता है बिना मांगे मिल गया है । राज बब्बर ने शाह पर जमकर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले भाजपा बेटी बचाओ का नारा दे रही थी आज स्थिति यह है कि भाजपा को बेटे को बचाने के लिए पूरी पार्टी लगी है। इतना ही नहीं राज बब्बर ने केंद्र सरकार और बीेजेपी के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि शाह के बेटे की कंपनी 16 हजार गुना तरक्की करने वाली कंपनी अचानक कैसे बंद हो गई। उन्होंने शाह के बेटे पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि क्या कोई कंपनी प्राॅफिट पाने के बाद बंद करता है?
मंगलवार को उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद और यूपी के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने भाजपा पर तीखे प्रहार करते हुए शाह की कंपनी की सुप्रीम कोर्ट के दो कार्यरत जजों से जांच कराने की मांग की।भाजपा पर बेटी बचाओ के बजाए बेटा बचाओ अभियान चलाने का आरोप लगाते हुए बब्बर ने भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा भी मांगा। हाईकमान के निर्देश पर विशेष रूप से इस मामले में प्रेस कांफ्रेस करने दून आए बब्बर ने राजीव भवन में फिल्मी अंदाज में भाजपा पर तीखे डायलॉग दागे।
बब्बर ने कहा कि इस प्रकरण से साफ हो गया है कि भाजपा देश के नौजवानों को राष्ट्रवाद, गौरक्षा के नाम पर, धर्म के नाम पर बरगलाए रखा और खुद भाजपा के नेता अपने बच्चों के लिए अधर्म करते रहे। उन्होंने शाह के पुत्र की कंपनी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और शाह से सात सवाल भी पूछे। कहा कि भाजपा का यह बेटा मॉडल आश्चर्यचकित करने वाला है। देश का किसान कर्ज में डूबा है। आत्महत्याएं कर रहा है।
मोदी जी ने चुनाव में कहा था कि किसान की आय दोगुनी करेंगे। अब उन्हें चाहिए कि शाह के पुत्र को किसानों को दे दें। शायह किसान इससे आर्थिक स्थिति सुधारने का फन सीख लें। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशक्कर अय्यर के पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर दिए विवादित बयान पर राजबब्बर कन्नी काट गए।
उन्होंने अटपटा जवाब देते हुए कहा कि मणिशंकर अय्यर मनोनीत सदस्य हैं और मनोनीत सदस्य किसी पार्टी का सदस्य नहीं होता। इसके बाद बब्बर फ्लाइट का टाइम होने की बात कहते हुए तेजी से प्रेस कांफ्रेस से बाहर चले गए। मार्च 2015 में उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद बने राजबब्बर को आज अपनी उत्तराखंड से दूरी के सवालों से भी जूझना पड़ा। मीडिया ने पूछा कि अब आप दोबारा कब आएंगे? तंज को समझते हुए बब्बर मुस्कुराए और बोले हां मैं काफी समय बाद आया हूं। पर, तराई क्षेत्र में अक्सर आता-जाता रहता हूं। जब भी बुलाया जाता है मैं आ ही जाता हूं।