ऋषिकेश ही नहीं तत्कालीन उत्तरप्रदेश की शान थी IDPL
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
ऋषिकेश: कभी देश के नवरत्न संस्थानों में शुमार और उत्तरप्रदेश ही नहीं बल्कि देश की प्रमुख दवा निर्माता संस्थानों में से एक और देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा ऋषिकेश में स्थापित IDPL (इंडियन ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल लिमिटेड) को आखिर 52 वर्ष के सफर के बाद बंद कर दिया गया है।
इस संस्थान में तैनात करीब डेढ़ सौ कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। फैक्ट्री के कच्चे माल को कॉरपोरेट ऑफिस वापस भेज दिया गया। सेवानिवृत्त और वर्तमान कर्मचारियों के परिवारों ने केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ संस्थान महाप्रबंधक के घर के बाहर प्रदर्शन कर आक्रोश जाहिर किया।
1962 में देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सोवियत संघ के सहयोग से ऋषिकेश में आइडीपीएल (इंडियन ड्रग्स एंड फार्मास्युटिकल लिमिटेड)की आधारशिला रखी थी। वर्ष 1967 में यहां उत्पादन शुरू हुआ था। टेटरासाइक्लिन व अन्य जीवन रक्षक औषधि का निर्माण करने वाली इस फैक्ट्री को ऋषिकेश की अर्थतंत्र की रीढ़ कहा जाता था।
वर्ष 1992 में इस फैक्ट्री को रुग्ण इकाई घोषित करने के साथ 1996 में उत्पादन सीमित कर दिया गया था। यहां काम करने वाले करीब साढ़े चार हजार कर्मचारियों को एच्छिक सेवानिवृत्ति दे दी गई थी। आइडीपीएल के पुनर्जीवन को लेकर सियासत भी कम नहीं हुई। यहां के जनप्रतिनिधियों ने इसके लिए कई वायदे किए। कई स्तर पर बातचीत भी हुई मगर इसके कोई परिणाम नहीं निकले।