सरकार इसे 368 करोड़ रुपये का घोटाला मान रही
लेकिन हमारी निगाह में ये 500 करोड़ रुपये का घोटाला!
देहरादून : एनएच-74 मुआवजा घोटाले की सीबीआई जांच को लेकर अब कांग्रेस खुलकर सामने आ गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्होंने अब इसके लिए रणनीति तैयार कर ली है। जिससे बीजेपी को इसका जवाब देना ही होगा।
विधानसभा के बजट सत्र से पहले ही विपक्ष ने एनएच-74 मुआवजा घोटाले पर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं कि वह इस मसले पर चुप बैठने वाली नहीं है। मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने इसे प्रदेश का सबसे बड़ा घोटाला करार देते हुए कहा कि इस प्रकरण में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सीबीआई जांच नहीं होने देना चाहते।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र के दबाव में घोटाले की जांच कर रहे कुमाऊं कमिश्नर का तबादला कर दिया गया। विपक्ष सत्र के पहले ही दिन एनएच घोटाले को लेकर सरकार से सवाल पूछेगा। सरकार से कुमाऊं कमिश्नर की जांच रिपोर्ट सदन पटल पर रखने की मांग की जाएगी। संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो सदन में धरना दिया जाएगा। उधर, सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस ने इस मुद्दे पर आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है। पार्टी ने इस मुद्दे पर सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा है।
विधानमंडल भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में डॉ. इंदिरा हृदयेश ने एनएच घोटाले को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि खुद सरकार इसे 368 करोड़ रुपये का घोटाला मान रही है, लेकिन हमारी निगाह में ये 500 करोड़ रुपये का घोटाला है। ये गंभीर प्रकरण है। गडकरी की चिट्ठी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इसकी भाषा सरकार को धमकाने वाले है।
ये राज्य के संविधान प्रदत्त अधिकारों में दखल है। विपक्ष इस प्रकरण में सरकार से सवाल पूछेगा कि प्रकरण में क्या सीबीआई जांच होगी? कुमाऊं कमिश्नर का ट्रांसफर क्यों हुआ? कितनी जमीन का लैंड यूज चेंज हुआ? कितना मुआवजा बांटा गया? इन सवालों का जवाब न मिलने पर विपक्ष सदन में धरना देगा। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस एनएच घोटाले को लेकर कोर्ट नहीं जाएगी बल्कि जनता के बीच जाकर आंदोलन करेगी।