नैनीताल उच्च न्यायालय ने दी उद्योगपति थापर और जयंत नंदा समेत 12 को जमानत
नैनीताल : थर्टी फर्स्ट की रात बिना अनुमति पौड़ी गढ़वाल जनपद के लैंसडौन वन प्रभाग के कोल्हूचौड़ वन विश्राम गृह से हथियार लेकर जश्न मनाने के मामले में जेल में बंद थापर ग्रुप के मालिक समीर थापर, सरदीप मान और जयंत नंदा समेत 12 आरोपियों की जमानत हाई कोर्ट ने मंजूर कर दी है।
गौरतलब हो कि वर्तमान में ये सभी पौड़ी जेल में बंद हैं। वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति वीके बिष्ट की एकलपीठ के समक्ष जमानत अर्जी पर सुनवाई हुई। थापर ग्रुप के अधिवक्ता कुर्बान अली ने बताया कि कोर्ट ने 11 उद्यमियों की जमानत जमानत मंजूर कर दी है। पिछले दिनों कोर्ट ने जमानत अर्जी पर जल्द सुनवाई को दाखिल प्रार्थना पत्र खारिज कर दिया था।
ज्ञात हो कि नए साल पर उत्तराखंड के पौड़ी जिले की लैंसडोन वन प्रभाग के रिजर्व फॉरेस्ट कोल्हूचौड़ गेस्ट हाउस में जश्न मनाना उद्योगपतियों को महंगा पड़ा । एक गुप्त सूचना के आधार पर कि लैंसडौन वन प्रभाग के कोल्हूचौड़ फारेस्ट गेस्ट हाउस में आर्मी की वर्दी में कुछ आसामाजिक तत्वों के आटोमैटिक वैपन के साथ घुसने की सूचना मिली थी, और यह भी आशंका जताई गई कि ये लोग वन्यजीवों का शिकार भी कर सकते हैं। पौड़ी के एसएसपी मुख्तार मोहसिन के अनुसार इस सूचना के बाद पौड़ी पुलिस ने लैंसडोन वन प्रभाग के अधिकारियों के साथ कोल्हूचौड़ गेस्ट हाउस परिसर में सर्च ऑपरेशन चलाया।
पुलिस टीम जब मौके पर पहुंची तो कोल्हूचौड़ गेस्ट हाउस परिसर में कुछ लोग आग जलाए हुए बैठे थे। कई लोग टैंट हाउस और गेस्ट हाउस के कमरों में मौजूद थे। पुलिस ने जब उनसे गेस्ट हाउस में रुकने की अनुमति दिखाने को कहा तो उन्होंने मोहिंदर सिंह के नाम से गेस्ट हाउस के तीन सूट बुक करने की पर्ची दिखाई। आरक्षित वन क्षेत्र में अन्य लोगों के रुकने, टैंट लगाने और टैंट में रहने वालों के बारे में वह कुछ नहीं बता पाए। ये लोग बिना अनुमति के आरक्षित वन क्षेत्र में प्रवेश कर ठहरे हुए थे। ऐसा वन अधिकारियों का कहना था और उनके द्वारा वन अतिचार (फारेस्ट ट्रेसपास) किया गया था, जिसके लिए उनके खिलाफ वन अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई की गई। एसएसपी ने बताया कि गेस्ट हाउस की तलाशी लेने पर एक कमरे से अलग-अलग ब्रांडों की 171 बोतल विदेशी शराब बरामद हुई । गेस्ट हाउस के दूसरे कमरे से पुलिस को जर्मन निर्मित 300 बोर की राइफल और 23 जिंदा कारतूस मिले थे।
इस मामले में पुलिस व वन विभाग की टीम ने थापर ग्रुप की जेसीटी लिमिटेड कंपनी के मालिक समीर थापर, कारगो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन जयंत नंदा सहित 16 रईसजादों को वन अतिचार (फारेस्ट ट्रेसपास) के आरोप में गिरफ्तार किया था।मामले में एक डीएफओ को भी सरकार ने तुरंत कार्रवाही कर निलंबित कर दिया।
उल्लेखनीय है कि कार्बेट टाइगर रिवर्ज से लगे लैंसडौन वन प्रभाग के कोल्हूचौड़ वन विश्राम गृह से पुलिस ने एक जनवरी को उद्योगपति समीर थापर सहित 16 लोगों को गिरफ्तार किया।