मसूरी : धरने पर बैठे हरीश रावत, काम में लेटलतीफी पर दिया अल्टीमेटम
मसूरीः पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मॉल रोड के पुनर्निर्माण और सौंदर्यीकरण के काम में लेटलतीफी को लेकर धरना दिया. इस दौरान हरीश रावत ने कार्यकर्ताओं के साथ सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी किया. हरीश रावत ने धामी सरकार पर मसूरी के पर्यटन सीजन को बर्बाद करने के आरोप भी लगाया. उनका कहना है कि इसके लिए सीएम धामी मसूरी और प्रदेश की जनता से माफी मांगें.
कांग्रेस नेता हरीश रावत ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर 15 दिन के भीतर मॉल रोड के पुनर्निर्माण और सौंदर्यीकरण का काम पूरा नहीं होता है तो कांग्रेसी मसूरी से देहरादून के लिए कूच करेंगे. मसूरी के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने 12 मांगें रखी हैं, जिसमें मसूरी के टाउन हाल को शुरू करना, पेट्रोल पंप को संचालित किए जाने, शिफन कोर्ट के बेघर लोगों को विस्थापित किए जाने के अलावा अन्य मांगें शामिल हैं. तय समय के भीतर ये मांगें पूरी नहीं हुई तो सरकार को घेरने का काम किया जाएगा.
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हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से मसूरी मॉल रोड के पुनर्निर्माण और सौंदर्यीकरण के काम को अनियोजित तरीके से कराया जा रहा है. जिसका खामियाजा मसूरी की जनता और व्यवसाय पर पड़ा है. उन्होंने आरोप लगाया कि धामी सरकार ने षड्यंत्र कर मसूरी के पर्यटन सीजन को बर्बाद करने का काम किया है. सरकार कौन सी तकनीक और इंजीनियरों का इस्तेमाल कर रही है, जो 6 महीने में भी मॉल रोड का पुनर्निर्माण काम पूरा नहीं कर पा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा जनता और पर्यटकों को भुगतना पड़ रहा है. बीजेपी नेता वर्तमान में सिर्फ धर्म की राजनीति कर रहे हैं. धर्म की राजनीति कर बीजेपी सत्ता में आ रही है, लेकिन अब ऐसा नहीं होने वाला है. आगामी 2024 कांग्रेस का है और लोकतांत्रिक पार्टियों की सरकार बनने जा रही है. क्योंकि देश की जनता बीजेपी के हिंदू मुस्लिम का खेल समझ चुकी है, जो अब नहीं चलने वाला है.