प्रमुख मंत्रालयों के लिए बनेगी पांच साल की कार्ययोजना
नई दिल्ली, प्रेट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मंत्रिपरिषद की एक बैठक में विभिन्न सेक्टरों की प्रगति की समीक्षा की। 21 दिसंबर के बाद यह तीसरी ऐसी बैठक थी। इस कवायद का मकसद अगले पांच साल के लिए प्रमुख मंत्रालयों के लिए कार्ययोजना को अंतिम रूप देना है।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान शीर्ष अधिकारियों ने शासन, तकनीक और संसाधनों जैसे सेक्टरों के बारे प्रधानमंत्री को जानकारी दी। सचिवों की विभिन्न समितियों द्वारा दिए प्रेजेंटेशन में मिले सुझावों के आधार पर सरकार विभिन्न मंत्रालयों के लिए पांच साल की कार्ययोजना को अंतिम रूप देगी।
दरअसल, नीतियों के त्वरित और बेहतर कार्यान्वयन के लिए मंत्रालयों को कृषि, स्वास्थ्य और तकनीक जैसे विभिन्न सेक्टरों में विभाजित किया गया है। कार्ययोजना से शासन और विकास की नीतियों को ज्यादा व्यवस्थित तरीके से लागू करने और जमीनी स्तर पर लाभ लेने में मदद मिलेगी। सूत्रों ने बताया कि समीक्षा की यह कवायद पूरी करने के लिए अगले हफ्ते मंत्रिपरिषद की एक और बैठक हो सकती है।
मालूम हो कि मंत्रिपरिषद की बैठक सामान्यत: हर महीने कैबिनेट बैठक के बाद होती है, लेकिन पिछली तीन बार से ये बैठकें स्वतंत्र रूप से हो रही हैं। पिछले कुछ हफ्तों में प्रधानमंत्री ने कैबिनेट बैठकों में भी सरकारी नीतियों को लागू करने में विभिन्न मंत्रालयों द्वारा की गई प्रगति की समीक्षा की है।