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विधायक ने कहा, लॉकडाउन में शराब की बिक्री नहीं रोक सकते तो यह सुझाव मान लीजिए
विधायक मनोज रावत ने लॉकडाउन में शराब की दुकानों को खोलने के निर्णय को वापस लेने की मांग की
विधायक ने कहा, शराब की दुकानों को खोलने से लॉकडाउन में आमदनीहीन व्यक्ति पर दोहरी मार होगी
शराब की दुकानें खुलने से लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ेंगी, गरीब जनता को भारी आर्थिक व सामाजिक नुकसान होगा
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून। विधायक मनोज रावत ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पत्र लिखकर चार मई से शराब की दुकानों को खोलने के निर्णय का विरोध किया। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में राज्य की गरीब जनता को सहजता से शराब उपलब्ध कराना उनकी राशन और अन्य दैनिक जरूरतों में कटौती करना है। यह लॉकडाउन में आमदनीहीन व्यक्ति पर दोहरी मार होगी।
पत्र में विधायक रावत ने कहा कि 17 मई तक लॉकडाउन बढ़ाए जाने के पीछे भारत सरकार का उद्देश्य है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो और अधिक संख्या में लोग एक स्थान पर एकत्रित न हों। उन्होंने राज्य की गरीब जनता के हितों को देखते हुए 4 मई से शराब की दुकानों को खोलने का निर्णय वापस लेने की मांग की।
विधायक ने कहा है कि यदि अपरिहार्य कारणों से यह संभव नहीं है तो प्रति व्यक्ति धारक क्षमता दो बोतल करने तथा पार्टी फंक्शन के लिए परमिट जारी करने के नियम को निरस्त करने, शराब की दुकानों को सीमित घंटों के लिए खोलने तथा प्रतिदिन गणना कर एक दुकान से अधिकतम बिक्री की सीमा को तय कर ही दुकानों को खोलने की अनुमति दी जाए।
विधायक ने कहा कि शराब की दुकानें खुलने से लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ेंगी और राज्य की गरीब जनता को भारी आर्थिक व सामाजिक नुकसान होगा।