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भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अपर मुख्य सचिव के बीच चूहे और बिल्ली का खेल !

देहरादून : अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बीच चूहे और बिल्ली का खेल शुरू हो गया है, ओम प्रकाश का अचानक छुट्टी पर जाने को राजनैतिक बुझक्कड़ इसे उनकी सोच समझी चाल बता रहे हैं , क्योंकि इन्ही दिनों 19 और 20 सितम्बर को उत्तराखंड के दौरे पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का दौरा प्रस्तावित है। यानि अमित शाह का उत्तराखंड में होना और ओम प्रकाश का उत्तराखंड से बाहर होना अपने आप में दिलचस्प घटना को प्रदर्शित करता है। वहीँ उनका कार्यक्रम भी कुछ ऐसा ही है कि जब अमित शाह उत्तराखंड से बाहर जायेंगे तो उसके दूसरे दिन ओम प्रकाश देहरादून में प्रवेश करेंगे। यानि चूहे और बिल्ली का खेल ।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने यह वक्त जानबूझकर चुना है क्योंकि भाजपा कार्यकर्ता से लेकर विधायक और मंत्री तक उनके कृत्यों के खासे नाराज हैं और ऐसे वक़्त पर सभी नाराज़ लोगों का गुस्सा कहीं पार्टी अध्यक्ष के सामने कहीं उन पर न  फूट जाए तो उन्होंने छुट्टी पर जाना ही बेहतर समझा।पार्टी सूत्रों का कहना है पार्टी अध्यक्ष का दौरा बार-बार तो उत्तराखंड का नहीं हो सकता लिहाज़ा समय कि नजाकत को देखते हुए ओम प्रकाश ने छुट्टी पर जाना ही उचित समझा। बता दें कि अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश नौ सितम्बर से 21 सितम्बर तक छुट्टी पर चले गए हैं।

उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में जिस दिन भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार सत्ता में आई है तभी से अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश सरकार की नाक का बाल बने हुए हैं। भाजपा के कई नेताओं सहित विधायकों को उनकी कार्यशैली से सख्त एतराज ही नहीं बल्कि कई नेताओं ने तो उनके अब तक के कार्यकाल की पूरी कुंडली पार्टी के आलाकमान तक पहुंचा भी दी है। क्योंकि अपर मुख्य सचिवओम प्रकाश की गिनती सूबे के लोग पूर्व मुख्य मंत्रियों के कार्यकाल के दौरान उनकी नाक के बाल कि तरह चर्चित रहे सारंगी और राकेश शर्मा से  करने लगे हैं।

चर्चाओं के अनुसार अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश से अब तक भाजपा के लगभग दो दर्जन से ज्यादा विधायकों की किसी न किसी बात पर ओम प्रकाश से तू-तू मैं-मैं भी हो चुकी है। जो यहाँ के समाचार पत्रों कि सुर्खियाँ तक बन चुकी है। यही कारण है कि कुछ विधायक तो अब ओम प्रकाश की पास जाना तक गवारा नहीं समझते हैं। चर्चा तो यहाँ तक है भाजपा के लगभग तीन दर्जन से ज्यादा विधायक पार्टी सुप्रीमो अमित शाह की समीक्षा बैठक के दौरान ओम प्रकाश का मुद्दा जोर-शोर से उठाने का मन बना चुके हैं, इनमें से अधिकाँश विधायकों का कहना है वे मुख्यमंत्री से नाराज नहीं लेकिन ओम प्रकाश के कृत्यों से बेहद नाराज हैं। क्योंकि वे भाजपा के विधायकों के कार्यों में अनावश्यक अडंगा तो लगाते हैं साथ ही उनका विधायकों से व्यवहार भी ठीक नहीं  है।

अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश के अचानक छुट्टी पर चले जाने को लेकर सत्ता के गलियारों से लेकर सचिवालय के तमाम कोनों तक बस एक ही चर्चा सरे आम है कि वे जानबूझकर छुट्टी इसलिए गये हैं ताकि अमित शाह द्वारा सूबे की समीक्षा बैठकों के दौरान उनकी नज़र कहीं  चर्चित ओम प्रकाश पर न पड़े और कहीं वे यह न पूछ बैठें कि ओह आप ही ओम  प्रकाश हैं जिनकी चर्चा उत्तराखंड से लेकर दिल्ली तक है।

devbhoomimedia

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