#मीटू प्रकरण : पीड़िता के पुलिस को दिए बयान, नेताओं की नींद हुई हराम

- संगठन महामंत्री के कृत्य पर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ध्यानी हुए खफा
- भाजपा संगठन में आरोपी संजय कुमार को बचाने वाले खुद फंसे
- पीड़िता के स्टिंग पर भाजयुमो अध्यक्ष श्याम पंत भी आये निशाने पर
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : भाजपा से सम्मान के साथ विदा किये गए पार्टी के पूर्व संगठन महामंत्री संजय कुमार के खिलाफ दुर्व्यवहार और अश्लीलता का आरोप लगाने वाली महिला ने मंगलवार को पुलिस के समक्ष बयान दर्ज करा दिए हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार पीड़िता के बयान आज भी हो सकते हैं । पीड़िता के बयान पूर्ण होने के बाद पूर्व संगठन महा मंत्री संजय कुमार को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया जाएगा। वहीं भाजपा में अब इस बात को लेकर चर्चा शुरू हो गयी है कि आखिर वे भाजपा संगठन में कौन लोग हैं जिन्होंने आरोपी संजय कुमार को पार्टी से निष्काषित करने के बजाय उनका इस्तीफा लेकर उनको बचाने का प्रयास किया।
उत्तराखंड में भाजपा को स्थापित करने वालों में से एक भाजपा नेता मनोहर कान्त ध्यानी मीटू प्रकरण से बहुत खफा हैं। उनका मानना है कि भाजपा के इतिहास मैं यह पहला प्रकरण है जब संगठन महामंत्री पर केस दर्ज हुआ है इससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है। उन्होंने कहा संगठन में बैठे पदाधिकारी को इससे बचना चाहिए वो पार्टी के साथ ही सामाजिक दायित्वों का निर्वाह करते हैं इस तरह की हरकत से पार्टी और समाज दोनों पर दुष्प्रभाव पड़ता है। ये बात हर जिम्मेदार पद पर बैठे सभी लोगों के लिए लागू होती है।
गौरतलब हो कि सोमवार को ही महिला की शिकायत पर संजय कुमार के खिलाफ शनिवार को कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। मंगलवार को विवेचना अधिकारी ज्योति चौहान ने पीड़िता के बयान (सीआरपीसी 161 के तहत) दर्ज किए। विवेचना का पर्यवेक्षण क्षेत्राधिकारी नगर शेखर सुयाल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी पीड़िता के पूरे बयान दर्ज नहीं हुए हैं। इसके लिए उन्हें बुधवार को भी थाने बुलाया गया है।
मंगलवार को दर्ज कराए गए बयानों में पीड़िता ने एफआईआर में लगाए गए आरोपों की पुष्टि की। हालांकि, जब पूरे बयान होंगे इसके बाद उनकी पुष्टि के लिए मजिस्ट्रेटी बयान (सीआरपीसी 164 के तहत) दर्ज कराए जाएंगे। इसके बाद ही संजय कुमार को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया जाएगा। क्षेत्राधिकारी नगर ने बताया कि जांच गंभीरता से की जा रही है। लगातार इसका अवलोकन भी किया जा रहा है और इसकी अपडेट एसएसपी को दी जा रही है।
वहीं पार्टी अब भविष्य के नुकसान से बचने के लिए किसी भी स्तर पर समझौते को तैयार नज़र आ रही है इसी क्रम में बीते दिन भाजपा युवा मोर्चा के महानगर अध्यक्ष श्याम पंत का रेस्टोरेंट में मुलाकात करके पीड़िता को येन-केन -प्रकारेण मैनेज करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। लेकिन इस मुलाकात में जहां श्याम पंत पीड़ित युवती से मुलाकात का स्टिंग करके पार्टी के बड़े नेताओं के सामने अपनी छवि चमकाने की रणनीति पर काम कर रहे थे वहीं पार्टी के नेताओं के दुर्व्यवहार का शिकार बनई युवती भी कुछ कम नहीं रही उसने भी श्याम पंत का स्टिंग कर डाला।
लेकिन दोनों पक्षों के बीच बातचीत का यह वीडियो सोमवार को वायरल होने के बाद भाजपा में पीड़िता के खिलाफ खेले जा रहे ”खेल” का ही पर्दाफाश हो गया है। और एक नए विवाद की शुरूआत हो गई है कि श्याम पंत ने यह स्टिंग आखिर किसके कहने पर किया और पीड़ित युवती को रेस्टोरेंट में मीटिंग के बहाने बुलाकर उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग को लेकर उनकी मंशा क्या रही होगी ? वीडियो के सामने आने के बाद यह समझा जाने लगा है कि भाजपा के कुछ नेता अपना नाम कहीं सामने न आये वे पीड़िता पर जबरन दबाव की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
पार्टी के भीतर ही चर्चाएं आम हैं कि श्याम पंत द्वारा पीड़िता को कई तरह के प्रलोभन दिये गए और पीड़िता द्वारा किसी भी तरह के प्रलोभन में न आने के बाद उसको धमकाया तक गया है। इसके बाद ही पीड़ित युवती ने पुलिस के सामने धरा 161 के बयान दर्ज करवाए कि कहीं उसके साथ कोई अनहोनी न हो जाय। अब इसके बाद पीड़िता के मजिस्ट्रेट के सामने 164 के बयान होने हैं। इन बयानों के बाद साफ़ है युवती से दुर्व्यवहार करने वाले नेताओं की खैर नहीं।