23 मई ”मोदी दिवस” के रूप में मनाया जाय : बाबा रामदेव

- 23 मई का दिन भारतीय राजनीति में किया जाए हमेशा याद
बाबा रामदेव ने यह भी कहा कि उच्च गुणवत्ता को कायम रखते हुए पतंजलि नए उत्पाद बाजार में लेकर आ रहा है। किफायती दामों और उच्च गुणवत्ता के साथ लाए जा रहे इन उत्पादों को सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए प्रभावी प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने उपभोक्ताओं से पतंजलि के उच्च मानक को कायम रखते हुए ही सेवाएं उपलब्ध कराने का संकल्प दोहराया और कहा कि पतंजलि सेवा के रूप में अपने प्रकल्प चला रही है।
बाबा रामदेव ने 23 मई को मोदी दिवस मनाने की वकालत करते हुए कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव के नतीजे इसी दिन आए थे। जिसमें बीजेपी को अकेले 303 सीट और एनडीए को 353 सीट मिली थीं। इस दिन प्रचंड बहुमत से देश की जनता ने मोदी सरकार बनाई। रामदेव ने कहा कि मैं चाहता हूं कि 23 मई का दिन भारतीय राजनीति में हमेशा याद किया जाए।
योग गुरु ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर का जल्द निर्माण हो, यह जनभावना है। उन्होंने कहा कि इस पर फैसला सरकार को नहीं, सुप्रीम कोर्ट को करना है। कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता समिति का समय बढ़ाया है। यह ठीक नहीं है। बाबा रामदेव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट बेखौफ होकर फैसला करे। इससे देश में माहौल नहीं बिगड़ने वाला। उन्होंने कहा कि जो लोग ऐसी बात फैला रहे हैं, वे देश का माहौल को ठीक नहीं रहने देना चाहते। बाबा ने कहा कि समिति की रिपोर्ट आते ही सुप्रीम कोर्ट को जल्द से जल्द फैसला दे देना चाहिए। कहा कि ‘रही बात कानून-व्यवस्था की तो उसे सरकार और मोदी जी संभाल लेंगे।’ साथ ही जोड़ा कि ‘हालांकि मुझे नहीं लग रहा कि मध्यस्थता समिति इस मामले में कोई सर्वमान्य हल निकाल सकेगी।’