देवभूमि मीडिया ब्यूरो — टिहरी ज़िले में भिलंगना ब्लॉक के बाल गंगा इलाक़े के ग्रामीणों में ख़ौफ़ का पर्याय बने आदमखोर गुलदार ( बाघ ) का प्रसिद्ध शिकारी जॉय हुकिल ने किया अंत , ज्ञात हो कि 19 नवम्बर को मयकोट गाँव निवासी 13 वर्षीय अरनव चंद सुपुत्र रणवीर चंद को गुलदार ने अपना निवाला बनाया था जिसके बाद से इलाक़े में दहशत थी , ग्रामीणों में व्याप्त रोष को देखते हुए वन विभाग ने इस आदमखोर गुलदार( बाघ) को मारने की अनुमति दी , अबतक शिकारी जॉय हुकिल 45 आदमखोर गुलदारों ( बाघ ) के आतंक से उत्तराखंड के ग्रामीणों को निजात दिलाने में कामयाब हुए हैं जिसमें उन्हें आजतक सरकार की तरफ़ से कोई आर्थिक सहायता , जीवन बीमा या किसी भी प्रकार का प्रशस्ति पत्र नहीं मिला है ।
गुलदार की लोकेशन ट्रेस करने के लिए नौ ट्रैप कैमरे और पिंजरा लगाया गया था। रेंज अधिकारी प्रदीप चौहान ने बताया कि आज सुबह गुलदार को दोनों शूटरों ने मार गिराया है। उन्होंने बताया मारा गया गुलदार मादा है, जिसकी उम्र 6 से 7 साल के लगभग है। गुलदार को पोस्टमार्टम के लिए घनसाली पशु चिकित्सालय लाया जा रहा है।