NATIONALUttarakhand

चंद्र ग्रहण: जब दुनिया ने देखा लाल चांद

  • चंद्रग्रहण की अवधि करीब 3 घंटे 55 मिनट की रही

DEHRADUN :  104 साल बाद 27 जुलाई यानी शुक्रवार रात को सदी का सबसे बड़ा चंद्र ग्रहण देखा गया। गुरु पूर्णिमा की रात पड़ने वाला साल का यह दूसरा ग्रहण देशभर में दिखाई दिया। ग्रहण रात 11 बजकर 54 मिनट से शुरू हुआ जो 28 जुलाई की सुबह 3 बजकर 49 मिनट पर समाप्त हो गया। इसकी अवधि करीब 3 घंटे 55 मिनट की रही। इस तरह का खग्रास चंद्रग्रहण इससे पहले सन् 1914 में पड़ा था, जो भारत समेत कई अन्य देशों में देखा गया था। भारत में शुक्रवार रात 11.44 बजे से चंद्रग्रहण शुरू हुआ। रात करीब 1 बजे पूर्ण चंद्रग्रहण नजर आया। 1.15 बजे से 2.43 बजे तक ब्लड मून नजर आएगा। इससे पहले 26 जुलाई, 1953 को लंबी अवधि वाला चंद्र ग्रहण लगा था। यह चंद्र ग्रहण भारत समेत म्यांमार, चीन, ताईवान, अमेरिका आदि कई देशों में दिखाई दे रहा है। इस दौरान चांद का रंग पूरी तरह से लाल हो गया।  

गौरतलब हो कि यह इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण है। इससे पहले 31 जनवरी को भी माघी पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लगा था। तब इसकी अवधि 3 घंटे 24 मिनट थी। 17 साल के बाद ऐसा दुर्लभ संयोग देखने को मिला है कि गुरु पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लगा। इससे पहले 9 जनवरी, 2001 को गुरु पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लगा था। बीते समय की अगर बात करें तो गुरु पूर्णिमा पर वर्ष 1953 से अब तक चार बार चंद्र ग्रहण लग चुका है और यह पांचवां चंद्र ग्रहण रहा। गुरु पूर्णिमा पर 26 जुलाई 1953 को चंद्र ग्रहण लगा था। उसके बाद 15 जुलाई 1954, 16 जुलाई 2000 और अंतिम बार 9 जनवरी 2001 को चंद्र ग्रहण लगा था। भविष्य की अगर बात करें तो अगले साल 16 जुलाई को भी ऐसा ही दुर्लभ संयोग देखने को मिलेगा। 

ग्रहण का राशियों पर असर 

राशियों पर भी इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव और दुष्प्रभाव होने की बात कही गई है। वृष राशि वाले इस दौरान चिंता से ग्रस्त रहेंगे। कर्क राशि वालों को भी कष्ट होने की संभावना है। कन्या राशि वालों को भय होगा, मिथुन राशि वालों को क्षति हो सकती है, धनु राशि वाले तनाव से ग्रस्त रहेंगे, मकर राशि वालों को मानसिक कष्ट हो सकता है, जबकि कुंभ राशि वालों पर इसका मिश्रित प्रभाव देखने को मिलेगा। इसके अलावा मेष राशि, सिंह राशि और मीन राशि वालों को इसके कारण लाभ हो सकता है। वहीं, वृश्चिक राशि वालों को भी सुख की प्राप्ति होगी। 

devbhoomimedia

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : देवभूमि मीडिया.कॉम हर पक्ष के विचारों और नज़रिए को अपने यहां समाहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह जरूरी नहीं है कि हम यहां प्रकाशित सभी विचारों से सहमत हों। लेकिन हम सबकी अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार का समर्थन करते हैं। ऐसे स्वतंत्र लेखक,ब्लॉगर और स्तंभकार जो देवभूमि मीडिया.कॉम के कर्मचारी नहीं हैं, उनके लेख, सूचनाएं या उनके द्वारा व्यक्त किया गया विचार उनका निजी है, यह देवभूमि मीडिया.कॉम का नज़रिया नहीं है और नहीं कहा जा सकता है। ऐसी किसी चीज की जवाबदेही या उत्तरदायित्व देवभूमि मीडिया.कॉम का नहीं होगा। धन्यवाद !

Related Articles

Back to top button
Translate »