एसआइटी के दबाव के बाद एनएच-74 घोटाले में किसान लौटाने लगे मुआवजा राशि
- एनएच-74 घोटाला मामले में एक और किसान ने लौटाया पांच लाख
रुद्रपुर : भ्रष्टाचार पर त्रिवेन्द्र सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति और एसआइटी के दबाव और बैक डेट में कृषि भूमि को अकृषि घोषित कराने के बाद जांच की आंच अब अपने तक पहुँचने की डर से अतिरिक्त मुआवजा ले चुके किसान अब सरकार से लिया मुआवजा लौटाने के लिए लाइन में खड़े हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को काशीपुर के एक किसान ने पांच लाख रुपये सरकारी खाते में जमा कराए दिए हैं। जबकि वहीं, आधा दर्जन से अधिक किसानों ने मुआवजा लौटाने की पेशकश की है। मुआवजा वापसी की रकम अब पौने दो करोड़ से अधिक पहुंच गई है।
एनएच-74 मुआवजा घोटाले में अधिकारियों की मिलीभगत से बैक डेट में कृषि भूमि के अकृषि दिखाकर मुआवजा लेने वाले किसान बैकफुट पर हैं। एसआइटी अब तक मामले में पांच पीसीएस समेत 22 अधिकारी, कर्मचारी, किसान और बिल्डर्स को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। कार्रवाई को देखते कुछ किसानों ने मुआवजा वापस करने की पेशकश की थी।
इस पर हाईकोर्ट के आदेश के बाद एसबीआइ में खोले गए खाते में अब तक जसपुर, काशीपुर, बाजपुर, सितारगंज के नौ किसान 1.74 करोड़ रुपये का मुआवजा वापस कर चुके हैं। शुक्रवार को भी काशीपुर के एक किसान ने पांच लाख का मुआवजा लौटाया। एसआइटी अधिकारियों के मुताबिक जिले के छह अन्य किसानों ने भी इसकी पेशकश की है। वे भी जल्द मुआवजा लौटा सकते हैं। अब तक 1.79 करोड़ रुपये का मुआवजा सरकारी खाते में वापस हो चुका है।