TEMPLES
ओंकारेश्वर मंदिर में विराजे भगवान मद्महेश्वर
- -आज से विधिवत तरीके से होगी मद्महेश्वर की पूजा-अर्चना
- -पुष्पक विमान में विराजकर ओंकारेश्वर मंदिर की तीन परिक्रमा
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
उखीमठ (रुद्रप्रयाग)। रविवार को मदमहेश्वर धाम के प्रधान पुजारी ने गिरिया गांव में भगवान मदमहेश्वर की डोली व साथ चल रहे अनेक देवी देवताओं के निशाणो की पूजा अर्चना कर आरती उतारी और सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान मदमहेश्वर की मूर्ति के निर्वाण दर्शन कर पुण्य अर्जित किया।
ठीक नौ बजे भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली गिरिया गांव से ऊखीमठ के लिए रवाना हुई और फापंज, सलामी में श्रद्धालुओं को आशीष देते हुए मंगोलचारी पहुंची, जहां पर राॅवल भीमाशंकर लिंग और सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान मदमहेश्वर की डोली की अगुवाई की और राॅवल ने भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली को परम्परा के अनुसार सोने का छत्र चढ़ाया।
मंगोलचारी व डंगवाड़ी गांव में श्रद्धालुओं ने भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली की पूजा कर मनौतियां मांगी और लाल पीले वस्त्र अर्पित कर विश्व कल्याण की कामना की। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने भव्य स्वागत किया। परम्परानुसार भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह मूर्तियों को डोली से उतारकर पुष्पक विमान में विराजमान किया गया, जिसके बाद पुष्पक विमान द्वारा ओंकारेश्वर की तीन परिक्रमा करने के बाद भगवान मदमहेश्वर की मूर्तियों को गर्भ गृह में विराजमान किया गया।
राॅवल भीमाशंकर लिंग द्वारा मदमहेश्वर धाम के प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग का छः माह मदमहेश्वर धाम में रहने का संकल्प तोड़ा गया। आज से भगवान मदमहेश्वर की शीतकालीन पूजा विधिवत शुरू होगी।