UTTARAKHAND

विधायक अमनमणि त्रिपाठी मामलाः आखिर किसके दबाव में लापरवाह बने रहे हाईवे के चेकपोस्ट?

टिहरी गढ़वाल जिला के नरेंद्रनगर थाना प्रभारी करेंगे लॉकडाउन तोड़ने के मामले की जांच

बदरीनाथ हाईवे के दर्जनों भर  चेकपोस्टों पर नहीं की गई सैरसपाटा करने वालों की जांच

अपर मुख्य सचिव की पैरवी पर मिले पास को लेकर धड़ल्ले से करते रहे सैर सपाटा 

श्रीनगर में रात्रि विश्राम करके आगे बढ़ गए, पर प्रशासन ने कार्रवाई की जहमत नहीं उठाई

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

क्या लॉकडाउन की गाइ़ड लाइन आम जनता के लिए है? या फिर उत्तराखंड पुलिस और प्रशासन उन्हीं लोगों पर सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराना जानती है, जो आम हैं। अपर मुख्य सचिव की पैरवी पर पास लेकर धड़ल्ले से लॉकडाउन तोड़ने वालों पर कार्रवाई तो दूर उनको रोकना भी मुनासिब नहीं समझा गया। ऐसा होता भी क्यों, क्योंकि ये तो लग्जरी गाड़ियों में अपर मुख्य सचिव की पैरवी लेकर सैर सपाटा कर रहे थे। अब टिहरी के मुनिकी रेती थाना प्रभारी इस मामले की जांच करेंगे।
हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड में जगह-जगह बनाए गए चेक पोस्टों की। आम यात्री को इस चेकपोस्टों पर रोका जाता है, पर इनको किसी ने क्यों नहीं रोका होगा? क्या सभी जिलों में प्रशासन और पुलिस को इन गाड़ियों के नंबर देकर सीधा रास्ता देने का फरमान सुना दिया गया था? या फिर चेकपोस्टों पर लापरवाही बरती गई।
यूपी के विधायक अमनमणि त्रिपाठी अपने साथियों के साथ प्रदेश में कई जिलों के दर्जनभर चेकपोस्टों से होकर निकले, मजाल है कि कोई उनको रोक ले, सिवाय कर्णप्रयाग के। चमोली जिला प्रशासन और पुलिस ने विधायक और उनकी टोली के सैरसपाटे पर ब्रेक लगाने का साहस दिखा दिया। यहीं से यह मामला प्रकाश में आया। 
बताया जाता है कि चमोली जिला की ओर जाते समय विधायक ने अपने साथियों के साथ श्रीनगर में रात्रि विश्राम किया, पर प्रशासन और पुलिस ने उनके सफर में कोई खलल डालना सही नहीं समझा। अगर, श्रीनगर प्रशासन यह कहे कि उनको विधायक के आने का पता ही नहीं चला तो यह तो लॉकडाउन में  प्रशासन की लापरवाही को ही उजागर करेगा।
अगर मान भी लिया जाए कि चेकिंग हुई होगी तो क्या किसी भी चेकपोस्ट पर इनको जारी पास तथा गाड़ियों में मौजूद लोगों की संख्या का मिलान नहीं किया गया। किसी भी अधिकारी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन को गंभीरता नहीं लिया। यदि ऐसा होता तो पहले चेकपोस्ट पर ही ये लोग पकड़े जाते।
बताया जा रहा है कि मुनिकीरेती थाना अंतर्गत दर्ज इस मुकदमे की जांच नरेंद्रनगर थानाध्यक्ष मनीष उपाध्याय करेंगे। मुनिकीरेती थाना प्रभारी की तहरीर पर अमनमणि और उनके 11 साथियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। हालांकि इनको क्वारान्टाइन करने की कार्रवाई नहीं की गई। 
इस मामले में टिहरी गढ़वाल के एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत का कहना है कि यूपी के विधायक अमनमणि त्रिपाठी और उनके साथ अन्य 11 लोगों पर दर्ज हुए मुकदमे की जांच नरेंद्रनगर थानाध्यक्ष को सौंपी गई है। तीन वाहनों में नौ लोगों को बदरीनाथ-केदारनाथ जाने के लिए पास जारी हुआ था, लेकिन वाहनों में 12 लोग सवार मिले हैं। नियमों के उल्लंघन में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले की जांच के लिए शासन स्तर से अभी कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है।

devbhoomimedia

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