UTTARAKHAND
LIVE Public Curfew : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने प्रदेश की जनता का किया आभार

उत्तराखंड में हर तरफ सन्नाटा, लोग खुद ही नहीं निकल रहे घरों से बाहर
कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए रविवार को शुरू हुआ ‘जनता कर्फ्यू’
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जनता कर्फ्यू के दौरान स्वेच्छा से अपने घरों में रहकर इसे सफल बनाने के लिए उत्तराखंड की जनता का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा जनता के लिए जनता कर्फ्यू का आह्वान किया गया। पूरे देश में जिस प्रकार से इसे समर्थन मिला है, उससे पूरा विश्वास हो गया है कि हम सभी मिलकर कोरोना वायरस से अपनी लङाई को अवश्य जीतेंगे। व्यापारियों, चिकित्सकों, सफाई कर्मियों और दूसरे कर्मचारियों की सराहना की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आने वाली किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार है। आज जनता से जिस संयम का परिचय दिया, उससे हम सभी में काफी उम्मीदें जगती हैं। कठिन परिस्थितियों में सारे भारतवासी एक हो जाते हैं, वही हमारी ताकत है। हम केन्द्र सरकार के भी निरंतर सम्पर्क में हैं। मैं प्रदेशवासियों को आश्वस्त करना चाहूंगा कि किसी भी प्रकार की खाद्यान्न व औषधियों की कमी हम नहीं होने देंगे और अगर आवश्यकता पड़ी तो हम घर-घर जाकर खाद्यान्न व औषधियों पहुंचाने का काम करेंगे साथ ही जो हमारे मजदूर वर्ग हैं जो रोजमर्रा की कमाई करके अपना जीवन यापन करते हैं उनके लिए भी सरकार जल्द फैसला लेगी। हम राज्य में किसी को भी भूखा नहीं रहने देंगे।
जनता कर्फ्यू के दौरान मुख्यमंत्री अपने आवास पर रहे। उन्होंने फोन पर अधिकारियों से फीडबैक लिया। राज्य में कोरोना वायरस की अपडेटेड स्थिति और इसके बचाव कार्यों की जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
वहीं रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ पर जहां उत्तराखंड पुलिस ड्रोन कैमरों से नजर बनाए हुए है वहीं हम भी नज़र रखे हुए हैं। हालांकि देहरादून का खास फोकस देहरादून में लॉक डाउन किए गए एफआरआई परिसर और राजपुर रोड के के जाखन में स्थित होटल फोर पॉइंट शेरेटन है।
रविवार सुबह सात बजते ही देहरादून के लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा की गई अपील का पालन करना शुरू कर दिया है ।
मिली जानकारी के अनुसार गढ़वाल मंडल से लेकर कुमाऊं मंडल तक के घरों से लेकर बाजारों तक सन्नाटा पसरा हुआ है। कोरोना से बचने और इस खतरनाक वाइरस की कड़ियों को तोड़ने के लिए प्रदेश के लोगों ने खुद को घरों में कैद कर लिया है। पर्यटकों से पैक रहने वाली पहाड़ों की रानी मसूरी , नैनीताल और योग नगरी ऋषिकेश, डोईवाला की सड़कें सुबह से खाली हैं।
https://youtu.be/i4y480Mb62E



