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कांग्रेस के दो क्षत्रपों हरदा और इंदिरा में जुबानी जंग हुई तेज़

DEHRADUN । उत्तराखंड कांग्रेस में दो कैम्पों में चल रही पिछले कई दशकों की गुटबाजी एक बार फिर सामने आ गयी है । किसी से छुपी नहीं है। लोकसभा चुनाव को सामने आता देख और नैनीताल लोकसभा सीट से टिकट को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश आमने-सामने नज़र आ रहे हैं। नैनीताल सीट को लेकर दोनों दिग्गजों के बीच खींचतान शुरू हो गई है।

इस बार हरीश रावत के सोशल मीडिया ट्वीटर पर किये गए एक कमेंट के बाद इंदिरा हृदयेश ने हरीश रावत पर तीखे प्रहार किये हैं। ट्विटर पर हरीश रावत ने कहा एक टीवी उनसे बार-बार कह रहा है कि हरीश रावत को अब आराम करना चाहिए जवानों का साथ देना चाहिए ,इंदिरा  हमारी बड़ी उनकी सलाह मानने में मुझे हमेशा ख़ुशी होती रही है, मैं सलाह मानूँगा और कहूंगा कि चैरिटी हमेशा घर से प्रारम्भ होती है तो वे और मैं मिलकरके इस उद्देश्य को आगे बढ़ाते हैं। बस इसके बाद तो बबाल मच गया और  इंदिरा हृदयेश ने उनके इस बयान पर जो टिप्पणी की वह सबके सामने है।

वहीँ राजनीति में सक्रिय रहने वाले और चर्चाओं में बनने के अलग-अलग तरीके ढूंढने वाले हरीश रावत को इंदिरा हृदयेश ने एक सलाह देते हुए कहा कि पूर्व सीएम हरीश रावत को कहा है कि अनेक पदों पर आसीन रहें हरदा को अभी भी अगर पदों का मोह है तो वो उन्हें इस बात को बेझिझक पार्टी फोरम में सामने रखना चाहिए।

वहीँ इंदिरा ने हरीश रावत के सोशल मीडिया पर अपना दर्द छलकाने की आदत को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने रावत को नसीहत दी कि वो अपनी बात सोशल मीडिया पर कहने के बजाय पार्टी के समक्ष रखने की आदत डालें ताकि उनकी बात पर विचार किया जा सके। उन्होंने हरीश रावत पर तंज़ कसते हुए कहा  कि इस तरह का वातावरण बनाने से यही लगता है कि आपको अभी भी किसी चीज की जरूरत है, महत्वकांक्षा है।

डॉ. इंदिरा हृदयेश के तंज यही नहीं थमे। हरीश पर प्रहार जारी रखते हुये उन्होंने कहा कि प्रदेश की नारायण दत्त तिवारी सरकार के दौरान भी हरीश रावत ने कई बार सरकार गिराने की धमकी दी थी लगता है  उनके तेवर तब से अबतक नहीं बदले हैं।

 अब देखना यह होगा कि उत्तराखंड की राजनीति में कोंग्रेसियों का यह युद्ध क्या गुल खिलायेगा यह तो आने वाले कुछ समय बाद ही पता चल जायेगा। लेकिन यह साफ़ है इससे कांग्रेस का कहीं भी भला नहीं होने वाला। 

devbhoomimedia

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