CRIME
गूलर में निर्माणाधीन पुल ढहने का मामला में कंस्ट्रक्शन कंपनी और ठेकेदार पर दर्ज हुआ मुकदमा
90 मीटर स्पान के पुल के मजबूती के लिए कम से कम तीन सपोर्टिंग पिलर थे जरूरी, जबकि बने है सिर्फ दो पिलर
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
90 मीटर स्पान के आरसीसी पुल पर सिर्फ एक पिलर आखिर कैसे उठाता इतना भार
90 मीटर लंबे दो लेन पुल का निर्माण दो चरणों में किया जा रहा है। पुल का आधा हिस्सा पहले ही तैयार हो चुका है, जबकि आधा यानी 45 मीटर हिस्से पर लेंटर डालने की तैयारियां चल रही थी। जानकार इंजीनियर्स का कहना है कि इतने लंबे स्पान के पुल के सपोर्ट के लिए इसके मध्य में केवल एक पिलर बनाया गया है। जबकि तकनीकी विशेषज्ञों का मानना है कि 90 मीटर लंबे पुल की मजबूती के लिए कम से कम तीन सपोर्टिंग पिलर बनाए जाने चाहिए थे। इनका कहना है इसमें जहां ठेकेदार की लापरवाही तो है ही साथ ही विभागीय अभियंताओं की लापरवाही से भी इंकार नहीं किआ जा सकता जिन्होंने यह नहीं देखा कि क्या इतना लम्बा आरसीसी लैंटर पुल का भार उठाने में सक्षम भी होगा या नहीं।