आठ किमी केदारपुरी में भूमिगत होगी लाइन
रुद्रप्रयाग : केदारपुरी में अनियमित विद्युत की समस्या जल्द दूर होगी। अधिक बर्फबारी होने पर लाइन टूटने से केदारपुरी में अक्सर बिजली का संकट खड़ा हो जाता है। लेकिन, अब ऊर्जा निगम ने सोनप्रयाग से केदारनाथ तक विद्युत लाइन भूमिगत करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। लगभग 20 करोड़ की लागत से बिछने वाली इस लाइन के लिए इसी माह टेंडर की समस्त औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी। फरवरी में इस पर कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
केदारपुरी में शीतकाल के दौरान अधिक बर्फबारी होने पर हर साल विद्युत लाइन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाती है। ऐसे में यात्रा शुरू होने पर ऊर्जा निगम को यहां नए पोल के साथ ही लाइन पर नए तार भी डालने पड़ते हैं। यात्रा काल के दौरान भी लाइन में फाल्ट आने पर उसे ठीक करने में काफी समय लग जाता है। विकट भौगोलिक परिस्थितियों के कारण यह समस्या आती है। इसी के देखते हुए सरकार ने सोनप्रयाग से केदारनाथ तक भूमिगत विद्युत लाइन बिछाने का निर्णय लिया है।
इसके लिए द कैटलिस्ट इंजीनियरिंग कंसलटेंसी सर्विसेज की टीम ने पूरे पैदल मार्ग में मंदाकिनी नदी के दोनों किनारों पर स्थित कठोर एवं हल्की चट्टानों के साथ ही भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का भी सर्वे कर लिया है। योजना के धरातल पर उतरने से सोनप्रयाग से केदारनाथ तक वर्षभर बिजली की आपूर्ति बनी रहेगी। साथ ही शीतकाल में अधिक बर्फबारी के बावजूद लाइन भी सुरक्षित रहेगी। उत्तराखंड का यह पहला धाम होगा, जहां विद्युत लाइन को भूमिगत किया जाएगा।
स्पेशल प्लान असिस्टेंस रिकंस्ट्रक्शन (एसपीएआर) के तहत केंद्र सरकार से मिली धनराशि से 11केवी की यह लाइन बिछाई जानी है। 22 किमी लंबी यह लाइन आठ किमी भूमिगत होगी। शेष लाइन पोलों से गुजरेगी। ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता मनोज गुसाईं ने बताया कि सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम को भूमिगत विद्युत लाइन से जोड़ने के लिए इसी माह टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। फरवरी से योजना पर कार्य शुरू हो जाएगा।