UTTARAKHAND
हरदा हुए मुरीद जब जौनपुर की प्रिया पंवार ने चलाया अपने खेत में हल
कई लोग, जो ग्रामीण क्षेत्रों में खोले गये महाविद्यालयों, आई.टी.आई., पॉलिटेक्निक व इंटर कॉलेजों को फिजूल खर्च बताकर किया जा रहा बंद : हरीश रावत
इस पत्र को पढ़ने से खुल जानी चाहिये उनकी आंखें
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : पहाड़ की नारी क्या कुछ नहीं कर सकती है मजबूरी कहें जीने की जिजीविषा या अपने परिवार के प्रति पहाड़ की महिलाओं की जिम्मेदारी,पहाड़ की नारी ने हर मोर्चे पर अपने को सिद्ध कर दिखाया है कि वह कुछ भी कर सकती है।
बात करते हैं टिहरी जिले के जौनपुर विकासखंड के गैड गांव की प्रिया पंवार की जिसका एक चित्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह अपने खेत में हल चलते हुए दिखाई दे रही है। वैसे तो पहाड़ की महिलाओं के घास के बड़े बड़े सोल्टे (गट्ठर) पीठ पर लादे हुए मीलों चलने के चित्र कई बार सामने आते रहे हैं या कभी पानी के बर्तनों को कंधे पर उठाये पणधारे से गांव तक ले जाते हुए भी दिखाई देते हैं लेकिन प्रिया पंवार के इस चित्र को देखकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को खास लगा और वे प्रिया के मुरीद हो गये।
इतना ही नहीं उन्होंने प्रिया के चित्र पर अपने मन के उदगार भी व्यक्त किए लेकिन वे यहीं नहीं रुके उन्होंने प्रिया के चित्र और उस पर की गई अपनी टिपण्णी पर राजनीती का तंज भी भर डाला और निशाना वर्तमान सरकार पर साधा उनकी फेसबुक वाल की टिपण्णी आप भी पढ़िए ज़रा ….साथ में उन्होंने प्रिया की उस चिट्ठी को भी अपनी वाल पर चस्पा किया है जिसमें प्रिया ने उन्हें धन्यवाद किया है। …
https://www.facebook.com/Harishrawatcmuk/posts/1568112646696637