सभी लोगों को आरटी-पीसीआर टेस्ट की 72 घंटे पहले की निगेटिव रिपोर्ट दिखाना जरूरी : कोर्ट
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : देश भर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तराखंड के हरिद्वार में चल रहे कुंभ पर भी इसका असर नज़र आने लगा है। उत्तराखंड हाई कोर्ट ने निर्देश दिया है कि कुंभ में आने वाले सभी लोगों को आरटी-पीसीआर टेस्ट की 72 घंटे पहले की निगेटिव रिपोर्ट दिखाना जरूरी होगा। इतना ही नहीं हाई कोर्ट ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के उस फैसले की भी निंदा की है, जिसमें उन्होंने बिना टेस्ट के ही कुंभ में आने की इजाजत दी थी। हाई कोर्ट के इस निर्देश के बाद अब हरिद्वार में कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं करने वालों पर सख्ती की जा सकती है।
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कुंभ मेले को लेकर एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने निर्देश दिया है कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स को सख्ती से पूरा किया जाए। साथ ही हाईकोर्ट ने कहा है कि जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है, अगर वह अपना सर्टिफिकेट दिखाते हैं तो उन्हें छूट मिल सकती है। लेकिन बाकी सभी लोगों को कोरोना टेस्ट कराना होगा और रिपोर्ट नेगेटिव होना जरूरी है।
गौरतलब हो कि उत्तराखंड में इसी महीने कुंभ का मेला शुरू हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से पहले कुंभ में आने वाले लोगों के लिए सख्ती का ऐलान किया गया था और RT-PCR नेगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य किया गया था। हालांकि, जब तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली तो उन्होंने साफ कहा कि कुंभ में कोई पाबंदी नहीं होगी। तीरथ सिंह रावत ने कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट की पाबंदी को भी हटा दिया था। इस फैसले की काफी निंदा हुई थी। बता दें कि बीते कुछ दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। उत्तराखंड में भी इसका असर दिखा है। सामान्य दिनों में जहां राज्य में कोरोना के नए मामले 50 से कम आ रहे थे, वहीं अब ये संख्या प्रति दिन 100 केस के करीब पहुंच गई है। राज्य में अब कोरोना के करीब 1000 एक्टिव केस हैं।