क्या जोशीमठ में दरारों का थमना दैवीय चमत्कार
Is the stoppage of cracks in Joshimath a divine miracle?
यह देवभूमि है और यहां पर चमत्कार होते हैं। ऐसा मानना है जोशीमठ के लोगों का। उनके इस विश्वास और आस्था को बल दे रहा है जोशीमठ के नृसिंह मंदिर में हो रहा यज्ञ। भूधंसाव से नगरवासियों की रक्षा के लिए नृसिंह मंदिर में पिछले 20 दिनों से शतचंडी पाठ और यज्ञ चल रहा है। यज्ञ शुरू होने के बाद से लोगों कहना है कि यहां पर दरारों में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। वहीं आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने भी यह बात कही थी कि जोशीमठ में पिछले 10 दिनों से दरारों में बढ़ोतरी नहीं हुई है। हालांकि उन्होंने सर्वे के आधार पर यह बात कही है।
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इसको जोशीमठ में यज्ञ कर रहे पंडित पुरोहित दैवीय चमत्कार मान रहे हैं। पुजारियों का कहना है कि यज्ञ शुरू होने के बाद से भगवान नृसिंह और मां नवदुर्गा जोशीमठ के लोगों और नगर की रक्षा कर रहे हैं। भक्तों की गुहार से भगवान ने सुन ली है। पुजारियों का कहना है कि अभी तक सरकार के द्वारा जोशीमठ के लिए कोई ट्रीटमेंट प्लान तैयार नहीं किया गया है।
यज्ञ शुरू होने के बाद से जोशीमठ के लिए इस राहत भरी खबर का आना राहत भरा है। यदि वाकई जोशीमठ में दरारों का आना रुक गया है, तो यह सिर्फ दैवीय चमत्कार है। वे मानते हैं कि जोशीमठ भगवान नृसिंह और नवदुर्गा की भूमि है और जब-जब जोशीमठ पर किसी प्रकार की विपत्ति आई है या जोशीमठ के लोग किसी परेशानी के दौर से गुजरे हैं तो देवों ने उनकी रक्षा की है।
देव पूजाई समिति के अध्यक्ष भगवती प्रसाद कहते हैं कि यह यज्ञ शुरू करने से पहले उन्होंने मां दुर्गा और भगवान नृसिंह को उनके अवतारी पशवाओं (जिन लोगों पर देवता आते हैं) पर अवतरित हो कर इस यज्ञ की अनुमति दी थी। उस दौरान देवी-देवता उनको जोशीमठ की रक्षा करने का वादा कर चुके थे। जिसके बाद जोशीमठ स्थित नृसिंह मंदिर, नव दुर्गा मंदिर में यज्ञ शुरू किया गया। जिसका परिणाम आज जोशीमठ में दरारें रुकने की सुखद खबर के रूप में सामने आ रहा है।