कोटद्वार : उत्तराखंड में लैंसडौन वन प्रभाग के रिजर्व फारेस्ट में वन कानूनों के उल्लंघन के आरोप में पौड़ी जेल में बंद उद्योगपति समीप थापर-जयंत नंदा और उनके साथियों को शुक्रवार को एसीजेएम कोर्ट, कोटद्वार में पेश किया गया।
प्रभारी एसीजेएम अभय सिंह की अदालत ने सभी आरोपियों की न्यायिक अभिरक्षा 14 दिन आगे के लिए बढ़ा दी है। कोर्ट ने पेशी की अगली तिथि 25 जनवरी निर्धारित की है। इस दौरान समीर थापर समेत पांच अन्य लोगों की ओर से उनके खराब स्वास्थ्य को देखते हुए रूटीन मेडिकल चेकअप और सुविधाएं देने की अर्जी लगाई गई। इसमें कोर्ट ने पौड़ी के जेलर को नियमानुसार रूटीन चेकअप और मेडिकल सुविधाएं देने के आदेश दिए हैं।
शुक्रवार को समीर थापर और उनके साथियों को 14 दिन की न्यायिक रिमांड की तिथि समाप्त होने पर यहां एसीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। विवेचना अधिकारी के अनुरोध पर प्रभारी एसीजेएम अभय सिंह की कोर्ट ने उनकी न्यायिक अभिरक्षा की तिथि 24 जनवरी तक के लिए बढ़ा दी। 25 जनवरी को उनकी अगली पेशी की तिथि निर्धारित की है।
बचाव पक्ष के अधिवक्ता राजेंद्र सिंह, अरविंद वर्मा और प्रवेश रावत ने बताया कि गत रविवार को स्वास्थ्य कारणों से देहरादून रेफर किए गए जयंत नंदा और राजीव खन्ना को भी पुलिस ने शुक्रवार शाम को जौलीग्रांट अस्पताल से कोटद्वार कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें समीर थापर और अन्य चौदह लोगों के साथ पौड़ी जेल भेज दिया गया है।
बचाव पक्ष के अनुसार शुक्रवार को समीर थापर, आरिफ हुसैन, सरदीप मान, सुशील कुमार, मोहिंदर सिंह, राहुल राव, रोहित सिंह डांगर, रोनी भट्ट, रणदीप मान, मनोज सहगल, सिद्धार्थ शर्मा, राजीव जैन, नरेंद्र आनंद और राजकमल समेत 14 लोगों को पौड़ी जेल से कोटद्वार एसीजेएम कोर्ट में पेश किया गया।
जबकि स्वास्थ्य कारणों से देहरादून उपचार के लिए भेजे गए जयंत नंदा और राजीव खन्ना को देहरादून के फोर्टिस अस्पताल से कुछ जांचों के लिए हायर सेंटर जौलीग्रांट अस्पताल भेजा गया था। शुक्रवार सुबह प्रभारी जेलर डीपी सिन्हा ने उनके साथ गए पुलिस कर्मियों को उन्हें सीधे कोटद्वार कोर्ट में पेश कराने को कहा था।
जौलीग्रांट से दोनों लोगों को लेकर पुलिस शुक्रवार शाम सवा चार बजे कोटद्वार कोर्ट में पहुंची, जहां उन्हें उनके अन्य साथियों के साथ कोर्ट में पेश किया गया।
अधिवक्ता अरविंद वर्मा ने बताया कि कोर्ट में पेशी के दौरान समीर थापर, सुशील कुमार, राजीव खन्ना, मनोज सहगल और जयंत नंदा की ओर से उनके खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए नियमित स्वास्थ्य जांच की अर्जी लगाई है। इस पर कोर्ट ने जेलर को नियमानुसार मेडिकल चेकअप और सुविधाएं उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं।