उत्तराखंड में सल्ट उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस ने गाड़ा खूंटा तो ”आप” ने दिखाई पीठ !
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तीरथ की पहली अग्नि परीक्षा होगी सल्ट का चुनाव परिणाम
सल्ट के चुनावी मैदान में भाजपा और कांग्रेस ही मैदान में होंगे !
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
95 हजार मतदाता हैं सल्ट चुनाव के भाग्यविधाता
सल्ट विधानसभा उपचुनाव में कुल 95 हजार मतदाता इस बार किसी भी प्रत्याशी के भाग्यविधाता होंगे। निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार एक जनवरी 2021 को आधार बनाते हुए तैयार हुई मतदाता सूची के अनुसार सल्ट विधानसभा में वर्तमान में कुल मतदाताओं की संख्या 95, 241 है, जिसमें 48,682 पुरुष और 46,559 महिला मतदाता हैं। विधानसभा के उपचुनाव के लिए यहां कुल 136 मतदान केंद्र निर्धारित किए गए हैं।
देहरादून : The by-election for the Salt Legislative Assembly in Uttarakhand has been announced, where the voting is to be held on April 17 and the counting of votes on May 2. While the nomination process will start from March 23 of this month. This election will be the first examination of Chief Minister Tirath Singh Rawat, in which he will have to show the electoral skills of himself and his government, as well as the responsibility of winning the seat.
उत्तराखंड में सल्ट विधान सभा के लिए होने वाले उपचुनाव की घोषणा हो चुकी है यहां 17 अप्रैल को मतदान तो दो मई को मतगणना होनी है। जबकि इसी माह की 23 मार्च से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह चुनाव मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का पहली परीक्षा होगी जिसमें उन्हें अपना और अपनी सरकार का चुनावी कौशल दिखाना तो होगा ही साथ ही सीट को जितने की भी उनकी जिम्मेदारी होगी। हालांकि उनकी इस परीक्षा में उन्हें ”आप”का सामना नहीं करना पड़ रहा है जैसा कि आ आदमी पार्टी ने अपने को इस चुनाव से अलग रखने की घोषणा कर पीठ दिखाकर भागने का काम किया है। जबकि यह माना जा रहा था कि आप पार्टी इस चुनाव मेयो डैम ठोककर अपनी उपस्थिति का उत्तराखंड को अहसास कराएगी।
इस उप चुनाव को लेकर भाजपा में इस सीट पर पूर्व विधायक स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह जीना के परिजनों को टिकट दिए जाने के कयास लग रहे हैं। वहीं भाजपा यह भी चाहती है कि प्रदेश की किसी विधानसभा को खाली कराने के बजाय वह तीरथ को इस सीट से चुनाव लड़ाए क्योंकि यदि तीरथ इस विधानसभा से चुनाव लड़ते यहीं तो भाजपा को केवल लोकसभा चुनाव ही फेस करना होगा अन्यथा दो-दो विधानसभा चुनाव लड़ने का जोखिम भाजपा लेने से बचना चाहेगी। इसी लिए अभी यह भी एक संभावना है कि खुद सीएम तीरथ सिंह रावत ही सल्ट के जरिए विधानसभा का रास्ता तय कर लें। वहीं कांग्रेस के पूर्व विधायक रणजीत रावत के पुत्र और सल्ट विधानसभा में अच्छी पकड़ रखने वाले रावत परिवार के पुत्र विक्रम रावत भी यहां से अपनी किस्मत आजमा सकते हैं जबकि पिछले चुनाव में प्रत्याशी रही गंगा पंचोली भी यहां से कांग्रेस का चेहरा बन सकती हैं ऐसा सूत्रों का कहना है।