सुखद यात्रा संदेश देने को लेकर बाइक से यात्रा पर निकले आईएमए कैडेटस
चमोली जिले के अंतिम गांव माणा तक करेंगे यात्रा
बाइक यात्रा का मुख्य उददेश्य चारधाम यात्रा का सुखद संदेश
युवाओं को सेना में भर्ती होने के लिये प्रेरित करना है उद्देश्य
रुद्रप्रयाग । भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) देहरादून के कैडेटस बाइक के माध्यम से चारधाम यात्रा का सुखद संदेश देने के साथ ही स्थानीय युवाओं को भारतीय सेना में भर्ती होने की प्रेरणा दे रहे हैं। कैडेट्सों की यह बाइक यात्रा चमोली जिले के अंतिम गांव माणा पहुंचेगी, जिसके बाद कैटेड्स आईएमए देहरादून वापस लौटेंगे। कैडेट्सों की बाइक यात्रा के रुद्रप्रयाग पहुंचने पर छः कुमाऊं रेजीमेंट ने भव्य स्वागत किया।
दरअसल, उत्तराखण्ड के तीर्थाटन और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आईएमए देहरादून के कैडेट्स बाइक के माध्यम से भगवान बद्रीनाथ के दर्शनों के लिये निकले हैं। इस दल में 16 कैडेटस हैं, जो देश के विभिन्न हिस्सों से हैं। कैडेट्सों की बाइक यात्रा का मुख्य उद्देश्य उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा का प्रचार-प्रसार करना है। यह यात्रा चमोली जिले के अंतिम गांव माणा पहुंचने के बाद संपंन होगी। छः कुमाऊं रेजीमेंट के सीओ कर्नल राजीव नयन ने बताया कि चारधाम यात्रा का सुखद संदेश देने को लेकर बाइक रैली का आयोजन किया गया है।
यह रैली देहरादून से शुरू हुई, जो चमोली जिले के अंतिम गांव और बद्रीनाथ से कुछ दूरी पर माणा में जाकर समाप्त होगी। आईएमए के कैडट्स रैली के माध्यम से देश-विदेश में यात्रा का सुखद संदेश देना चाहते हैं, जिससे चारधाम यात्रा को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में तीर्थाटन व पर्यटन की अपार संभावनाएं मौजूद हैं और इन्हें बढ़ावा दिये जाने से यहां के लोगो ंको रोजगार के साधन उपलब्ध हो सकेंगे और पहाड़ों का पलायन भी रूकेगा। उन्होंने कहा कि रैली के माध्यम से युवाओं में फौज के प्रति जागरूक करना भी है, जिससे पहाड़ के युवा आर्मी ज्वाइन करें। उन्हें ऐसा ना लगे कि आर्मी में सिर्फ भाग-दौड़ की जिंदगी है, बल्कि देश के प्रति सेवा करने का भाव भी पैदा हो सके।
आईएमए के कर्नल अमित माथुर, मेजर विनोदिता राथौर, कैप्टेन कुंदन ने कहा कि चारधाम यात्रा रूट यात्रियों के लिए यात्रा करने के लिये सुरक्षित है। यात्रा मार्ग पर कहीं भी कोई दिक्कत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि आपदा के बाद स्थितियां बदल गई हैं। अधिक से अधिक यात्रियों को यहां दर्शनों के लिये आना चाहिए। वर्तमान समय में अधिकांश युवा डॉक्टर और इंजीनियर बनना चाहते हैं, जबकि सेना में कोई भी भर्ती नहीं होना चाह रहा है। उन्होंने कहा कि युवा सेना में भर्ती होकर अपना कैरियर बना सकते हैं। इस मौके पर जैकई पल्टन के सीओ अजय ठाकुर सहित अन्य जवान मौजूद थे।