कांग्रेस नेताओं ने गंगोत्री मंदिर समिति के तीर्थपुरोहित और हक हकूकधारी धरने को दिया समर्थन
भाजपा की डबल इंजन सरकार ने प्रदेश का कर दिया विनाश : प्रीतम सिंह
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
उत्तरकाशी । नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि कांग्रेस चारधामों के तीर्थपुरोहितों और हक हकूकधारियों के साथ है। यदि 2022 के चुनाव में कांग्रेस की सरकार आएगी, तो यह कानून खत्म कर दिया जाएगा। वे यहां के ऐतिहासिक रामलीला मैदान से निकली गई श्री गंगोत्री मंदिर समिति के तीर्थपुरोहित और हक हकूकधारियों की ओर से निकाली गई महारैली को संबोधित कर रही थी।
इससे पूर्व नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने देवस्थानम प्रबंधन विधेयक पारित करने के विरोध में बीते सात दिसंबर से श्री गंगोत्री मंदिर समिति के तीर्थपुरोहित और हक हकूकधारी धरने को समर्थन दिया।
इस दौरान डॉ. इंदिरा ह्रïदयेश ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने चारधामों के तीर्थपुरोहितों को भरोसे में नहीं लिया और न ही उन्हें इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विधेयक के चलते तीर्थपुरोहितों के हक-हकूक छीन जाएंगे और मंदिरों से जुड़े लगभग 20 हजार परिवार भूखमरी की कगार पर आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा इ शीतकालीन सत्र के दौरान उन्होंने भाजपा सरकार से इस विधेयक को पारित करने में समय लेने की मांग की थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने किसी की नहीं सुनी।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि उत्तरकाशी में जितनी आपदाएं आई हैं, कांग्रेस सरकार ने उसे संवारा है। उन्होंने कहा कि सिंगल सरकार ने जिले का विकास किया, लेकिन भाजपा की डबल इंजन सरकार ने विनाश कर दिया। उन्होंने श्राइन बोर्ड का नाम बदलकर देवस्थानम कर दिया और सोचा कि विरोध बंद हो जाएगा, उन्होंने कहा लेकिन अब कोई भी इनके झांसे में आने वाला नहीं है।
इस मौके पर केदारनाथ विधायक मनोज रावत, गंगोत्री पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण, नगरपालिका बाड़ाहाट अध्यक्ष रमेश सेमवाल, बड़कोट पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अतोल सिंह रावत, संजू डोभाल, विष्णुपाल रावत, राजेश सेमवाल, रजनीकांत सेमवाल, चंद्रप्रभा गौड़ आदि मौजूद रहे।