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हिमालय महज बर्फ का पहाड़ नहीं, एक जीवन दर्शन हैः धन सिंह रावत

हिमालय को बचाने के लिये एक दर्जन गांवों का विशेष योगदान : डॉ.धन सिंह 

अल्मोड़ा । हिमालय के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों ही लाभ हम भोगते आए हैं और भोग रहें है, हवा, पानी, मिट्टी, जंगल जैसे हिमालयी उत्पादों ने सभ्यता को जन्म दिया है यह बात प्रदेश के  सहकारिता, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डा. धनसिंह रावत ने विकास भवन सभागार में आयोजित हिमालय दिवस के शुभारम्भ के अवसर कही। उन्होंने कहा कि हिमालय महज बर्फ का पहाड़ नहीं है वह तो एक सभ्यता है, संस्कृति, संस्कार, रीति-रिवाज एवं परम्परा है और इससे बढ़कर एक जीवन दर्शन है। उन्होंने कहा कि हिमालय जितना कठोर है उतना ही सरल एवं निश्च्छल भी। मंत्री ने कहा कि हिमालय अनंतकाल  से मानवता को नाना रूपों में सुख-समृद्धि बांटता आ  रहा है और यह क्रम  अनवरत जारी है।

उन्होंने कहा कि यह हिमालय की उदारता ही तो है कि अपनी शरण में आए किसी भी जीव को उसने कभी भूखा-प्यासा नहीं सोने दिया। उन्होंने कहा कि हिमालय ने वनों को औषधि सम्पन्नता भी प्रदान की है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के इस विपुल भंडार से ही देश में वन और खेत फूलते-फलते है।  डा. रावत ने कहा कि देश की आर्थिक और सामाजिक उत्थान में हिमालय के उपकारों को हम नजर अन्दाज करते गये। आज हम इस पर गहन चिन्तन मंथन करना होगा। हिमालय की विशालता को समझना  ही हिमालय विकास का संदेश है यह संदेश मात्रा हिमालय के लोगों के लिए नहीं बल्कि उन सभी देशों व राज्यों के लिए भी है जो इसके उपकारों का अभी तक ऋण नहीं चुका पाये है।

उन्होंने कहा कि हिमालय को बचाने लिये मातृ-मातृ भूमि व मातृ भाषा का भी हमें सम्मान करना होगा तभी हम इस अभियान में सफल हो पायेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने नदियों को बचाने के लिये सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये है कि वे अपने जनपद में एक नदी को जीवित करने का काम करें तभी मानव शरीर भी बच पायेंगा।  डा.रावत ने कहा कि आगामी 02 अक्टूबर को किसानों आय को दुगनी करने एवं वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की 125 वीं जयंती पर छोटे कृषकों को बहुउद््देशीय ऋण देने का काम सरकार शुरूकर रही है ताकि 2022 तक किसानों की आय दुगनी हो सके।

उन्होंने कहा कि हिमालय को बचाने के लिये एक दर्जन गांवो का विशेष योगदान रहा है जिनमें कुटी, गुन्जी, मुनस्यारी, नीति-माणा, आराकोट, भटवाड़ी सहित अन्य गांव है जिन्होंने हिमालय को बचाने के लिये बहुत काम किया है। डा.रावत ने कहा कि हमारा प्रयास था कि हिमालयी राज्यों के सभी मुख्य मंत्रियों के साथ बैठक बुलाकर  प्रधानमंत्री जी की अध्यक्षता में एक सेमिनार आयोजित किया जाय। प्रदेश के  मुख्यमंत्री व मेरे द्वारा यह सुझाव  प्रधानमंत्री के सम्मुख रखा गया। उन्होंने कहा कि पहले प्रदेश में हिमालय को बचाने के लिये जन-जागरूकता अभियान चलाया जाय तब बाद में सेमिनार आयोजित किया जाय।

इस कार्यक्रम में विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने कहा कि सामुहिक जिम्मेदारी लेकर हमें कार्य करना होगा विशेषकर पर्यटन, पशुपालन, कृषि, उद्यानीकरण, मत्स्य पालन पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि कोसी नदी को बचाने के लिये कोसी प्राधिकरण बनाने हेतु प्रयास किये जायेंगे।

इस कार्यक्रम में विवेकानन्द कृषि अनुसंधान संस्थान के निदेशक ए.पटनायक, पं. गोविन्द बल्लभ पंत पर्यावरण संस्थान के वैज्ञानिक डा. डी.एस.रावत, एस.एस.जे. परिसर के डा. जे.एस. रावत, नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, उन्नतशील कृषक हीरा सिंह बिष्ट, मोहन सिंह डंगवाल, गजेन्द्र पाठक, गोपाल गुरूरानी, होटल एसोशिएशन के हरीश जोशी सहित अन्य लोगों ने अपने विचार रखते हुये कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में सबसे बड़ी समस्या मार्केटिंग की है इस लिये हमें मार्केटिंग कारपोरेशन बनाने पर ध्यान देना होगा।

उन्होंने कहा कि पलायन को रोकने के लिये हमें ठोस नीति बनानी होगी और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को इससे जोड़ना होगा।  जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि जनपद में कृषकों की आय को दुगनी करने के लिये जनपद में 15 कलस्टर बनाये गये है जिनके द्वारा महिलाओं को स्वालम्बी बनाने एवं कृषकों को जागरूक करने का काम किया  जायेगा साथ ही हिमालय को बचाने के लिये क्या हो सकता है इस पर एक ब्रोसर भी तैयार किया जाय ताकि अधिकाधिक लोग हिमालय बचाने के प्रति जागरूक हो सके।

उन्होंने आश्वस्त किया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों एवं प्रभारी मंत्री के संरक्षण में यह जनपद इन क्रिया कलापों में अग्रणी भूमिका निभायेंगा। मुख्य कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एवं मुख्य उद्यान अधिकारी ने भी अपने विचार रखे। इस कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी जे.एस. नागन्याल, उपजिलाधिकारी सदर विवेक राय, भनोली अवधेश कुमार सिंह, परियोजना निदेशक नरेश कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. निशा पाण्डे, भाजपा जिला अध्यक्ष ललित लटवाल, भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुन्दन लटवाल, ब्लाक प्रमुख हवालबाग सूरज सिराड़ी, सासद प्रतिनिधि रमेश बहुगुणा, धर्मेन्द्र बिष्ट, चन्दन लाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी व बाहर से आये उन्नतशील कृषक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जिला विकास अधिकारी मो0 असलम ने किया। 

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