हाई कोर्ट ने शौचालय बनाने में धांधली पर दिए FIR के निर्देश
नैनीताल :- उत्तराखण्ड के उच्च न्यायालय ने स्वच्छ भारत मिशन में शौचालय बनाने में धांधली संबंधी जनहित याचिका को निस्तारित करते हुए एस.एस.पी.देहरादून को आरोपियों के खिलाफ एफ.आई.आर.दर्ज करने को कहा है । सूबे के इस घोटाले में अफसरों पर मुर्दों के नाम पर शौचालय आवंटित कर सरकारी पैसा हड़पने का आरोप है।
न्यायालय ने कहा कि याची के अनुसार कई ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को इसकी शिकायत की थी और कहा था कि मरे हुए लोगों के नाम पर सहायता राशि दी गई है । विकासनगर के तहसीलदार ने मामले की जांच कर 30 मई 2013 को आरोप सही मानते हुए रिपोर्ट सौंपी थी ।
कोर्ट ने मुख्य सचिव को दोषी अफसरों के खिलाफ अनुशासनात्मक व विभागीय कार्रवाई करने के आदेश पारित किए हैं। साथ ही एसएसपी देहरादून को दो सप्ताह के भीतर जनता की गाढ़ी कमाई पर मौज करने वाले अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है।
विकास नगर देहरादून निवासी सुंदर लाल सैनी ने जनहित याचिका दायर कर कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा 2014 में भारत को स्वच्छ बनाने के लिए स्वच्छ भारत अभियान योजना शुरू की गई थी। इसके तहत प्रत्येक बीपीएल परिवार को सुलभ शौचालय बनाने के लिए 12 हजार की रकम देने का प्रावधान किया गया है। इस रकम में 75 फीसद केंद्र व 25 फीसद राज्य सरकार का अंशदान है।
याचिकाकर्ता का आरोप है कि सरकार के अधिकारियों द्वारा शौचालय उन्हें आवंटित कर दिए, जिनके पास पहले से शौचालय थे या जो दिवंगत हो चुके थे। इसकी शिकायत लोगों ने जिलाधिकारी देहरादून से की तो डीएम ने तहसीलदार से इसकी जांच कराई। तहसीलदार द्वारा शिकायत जांच में सही पाई और कार्रवाई की संस्तुति के साथ रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी।
याचिकाकर्ता के अनुसार जब अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई तो जनहित याचिका दायर करने के लिए मजबूर होना पड़ा। शुक्रवार को वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजीव शर्मा व न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह की खंडपीठ ने मामले को सुनने के बाद मुख्य सचिव से इस घपले में शामिल अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश पारित किए।
वरिष्ठ न्यायमूर्ति राजीव शर्मा और न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह की खण्डपीठ ने मुख्य सचिव को निर्देश देते हुए 30 मई 2013 की रिपोर्ट के आधार पर कड़े निर्णय लेने को कहा है । न्यायालय ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को भी दो हफ्ते के भीतर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने को कहा है ।