UTTARAKHAND

राज्य में कोविड टेस्टिंग बढ़ाने के लिए तीन हाईटेक मशीनों के लिए सवा 11 करोड़ मंजूर

देहरादून, हल्द्वानी व श्रीनगर मेडिकल कालेज को तीन हाईटेक टेस्टिंग मशीन दी जाएंगी

हाईटेक मशीन की टेस्टिंग क्षमता 800 प्रतिदिन है, रोजाना 2400 टेस्टिंग हो सकेगी

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कोविड-19 के दृष्टिगत प्रदेश में कोविड टेस्टिंग बढ़ाने के लिए दून, हल्द्वानी व श्रीनगर मेडिकल कालेज को तीन हाईटेक टेस्टिंग मशीन खरीद कर देने का निर्णय लिया है। इसके लिए 11.25 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की है। यह धनराशि राज्य आपदा मोचन निधि से स्वीकृत की गई है।
खरीदे जाने वाली इन हाईटेक मशीनों की टेस्टिंग क्षमता 800 प्रति दिन है। इस प्रकार इससे 2400 टेस्टिंग प्रतिदिन हो सकेगी। अभी तक इन मेडिकल कालेजों में स्थापित मशीनों की टेस्टिंग क्षमता कम थी।
इसके अतिरिक्त प्रदेश से 50 से 100 सैंपल जांच के लिए चंडीगढ़ की इम्पेक्ट लैब में भेजे जा रहे हैं। जबकि नई दिल्ली स्थित एनसीडीसी लैब में हरिद्वार से 300, ऊधमसिंह नगर से 300 तथा नैनीताल से 100 सैम्पल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। लगभग 50 टेस्ट आईआईपी की टेस्टिंग लैब में किए जा रहे हैं।
जिला स्तर पर भी जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सात स्थानों पर टू नाट मशीन स्थापित की गई है। इनमें से चार ने कार्य शुरू कर दिया है, जबकि 11 मशीनों की और व्यवस्था की जा रही है।
प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ. पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि राज्य के इन तीन मेडिकल कालेजों में हाईटेक मशीनों की स्थापना एवं टू नाट मशीनों की जनपद स्तर पर स्थापना से राज्य में कोरोना संक्रमण की जांच में तेजी आएगी।
वहीं, स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने बताया कि राजकीय संयुक्त चिकित्सालय रामनगर और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भिकियासैंण का कार्य पीपीपी मोड पर संचालित होने से इन चिकित्सालयों में कार्यरत 17 चिकित्सक राज्य को मिल गए हैं। इसमें सात विशेषज्ञ चिकित्सक भी शामिल हैं। इन चिकित्सकों की तैनाती उन अस्पतालों में की जाएगी, जहां चिकित्सकों की कमी है। दोनों चिकित्सालय विश्व बैंक परियोजना के तहत पीपीपी मोड पर संचालित हो रहे हैं।

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