CAPITAL

राज्य विकास की गति तेजी से दौड़े, यह संकल्प लेकर हमें दौड़ना है : CM

देहरादून : मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा हम सचिवालय के लोग यहाँ पर रन फॉर गुड गवर्नेंन्स के लिए दौड़ रहे हैं। सचिवालय की परिक्रमा करके हम प्रदेश के विकास की गति का संदेश देंगे। हमें गुड गवर्नेंन्स पर ध्यान देना है। राज्य की  विकास की गति का पहिया तेजी से दौड़े, यह संकल्प लेकर हमें दौड़ना है। हमें सकारात्मक सोच बनानी है।

मंगलवार को सचिवालय में राज्य स्थापना सप्ताह के अवसर पर आयोजित रन फॉर गुड गवर्नेन्स को झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य 17 वर्ष पूरे करने जा रहा है। हमने रैबार कार्यक्रम से इसकी शुरूवात की है। देश के महत्वपूर्ण स्थानों पर उत्तराखण्ड के लोगों को इसमें सम्मिलित करने का प्रयास किया। उन्होंने महसूस किया कि वे लोग अपने घर आए, यही महसूस कराना रैबार कार्यक्रम का लक्ष्य था।

उन्होंने कहा कि दो नदियों अल्मोड़ा में कोसी और देहरादून में रिस्पना (ऋषिपर्णा) नदी के पुनर्जीवीकरण का कार्यक्रम शुरू किया। यदि हम अभी भी नहीं बदले तो इन नदियों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। हमने इसके लिए दीर्घकालिक योजना पर कार्य करना है। यह कार्य जन सहयोग से होना है। हमने तय किया है कि इस कार्य को सरकारी और सहकारी भाव किया जाना है। इसके लिए परमार्थ निकेतन ने एक करोड़ रूपए की सहायता की घोषणा की। रिस्पना के लिए ऐसी रणनीति बनानी है कि इसमें जितने भी पौधे लगेंगे, उन्हें एक दिन में लगाया जाएगा। उन्होंने आह्वान किया कि इसमें सभी लोग सम्मिलित हों, तभी यह अभियान सफल होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दिनों हमारे आई.ए.एस. अधिकारी राज्य के सरकारी विद्यालयों में गए। उन्होंने विद्यालयों की स्थिति और विद्यार्थियों की स्थिति को समझा होगा। नीति निर्धारक जब सच्चाई को जानेंगे, स्थिति को समझेंगे तो उसके अनुसार नीतियाँ बना पाएंगे।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारीगण एवं सचिवालय के सभी अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित थे।

devbhoomimedia

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : देवभूमि मीडिया.कॉम हर पक्ष के विचारों और नज़रिए को अपने यहां समाहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह जरूरी नहीं है कि हम यहां प्रकाशित सभी विचारों से सहमत हों। लेकिन हम सबकी अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार का समर्थन करते हैं। ऐसे स्वतंत्र लेखक,ब्लॉगर और स्तंभकार जो देवभूमि मीडिया.कॉम के कर्मचारी नहीं हैं, उनके लेख, सूचनाएं या उनके द्वारा व्यक्त किया गया विचार उनका निजी है, यह देवभूमि मीडिया.कॉम का नज़रिया नहीं है और नहीं कहा जा सकता है। ऐसी किसी चीज की जवाबदेही या उत्तरदायित्व देवभूमि मीडिया.कॉम का नहीं होगा। धन्यवाद !

Related Articles

Back to top button
Translate »