- परिवर्तन पार्टी ने किया राजधानी के लिए किया प्रदर्शन
- महिला मंच ने सरकार व विपक्ष का फूंका पुतला
देहरादून । प्रदेश की स्थाई राजधानी गैरसैंण बनाये जाने सहित अनेक मांगों को लेकर उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ उपवास पर बैठकर प्रदर्शन कर धरना दिया। तो वहीँ उत्तराखंड महिला मंच ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए सरकार व विपक्ष का पुतला दहन किया। आंदोलनकारियों ने कहा कि सरकार लगातार जन भावनाओं का अनादर कर रही है जिसे किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जायेगा।
यहां उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के कार्यकर्ता केन्द्रीय अध्यक्ष पी सी तिवारी के नेतृत्व में धरना स्थल पर इकटठा हुए और वहां पर अपनी मांगों के समाधान के लिए प्रदर्शन कर धरना दिया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि भाजपा व कांग्रेस मुक्त उत्तराखंड बनाने के लिए सभी को आगे आना होगा। वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश की सरकार जीरो टॉलरेंस के नाम पर जनता को गुमराह करने का काम कर रही है। उनका कहना है कि राज्य को बने 17 वर्ष पूर्ण होने को है और दुख की बात है कि पृथक उत्तराखंड राजय निर्माण की मांग जिन कारणों से उठाई गयी थी वह आज तक पूरी नहीं हो पाई है और शहीदों के सपनों के अनुरूप राज्य का निर्माण आज तक नहीं हो पाया है। वक्ताओं का कहना है कि प्रदेश की सरकार जीरो टॉलरेंस के नाम पर जनता को गुमराह कर रही है और प्रदेश के विकास के लिए किसी भी प्रकार की कोई नीति तैयार नहीं की जा रही है।
शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा आदि के दयनीय हालत पर जिक्र करना बेकार है एक ओर भाजपा गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाये जाने की बात कर रही है और वहीं दूसरी ओर शीतकालीन सत्र गैरसैंण भराडीसैंण में आयोजित कर जनता को बेवकूफ बनाने का काम कर रही है। प्रदेश की डबल इंजन सरकार पूरी तरह से हर मोर्चे पर विफल रही है। डबल इंजन की सरकार में विकास कार्य पूर्ण रूप से ठप्प हो चुके है। पार्टी के केन्द्रीय अध्यक्ष पी सी तिवारी, ए पी जुयाल, कुलदीप मधवाल, ज्ञानवीर त्यागी, भार्गव चंदोला, शीला रावत सहित अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।
वहीँ गैरसैंण को प्रदेश की स्थायी राजधानी बनाये जाने की मांग को लेकर उत्तराखंड महिला मंच ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए सरकार व विपक्ष का पुतला दहन किया और कहा कि प्रदेश सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ पुरजोर तरीके से विरोध किया जायेगा।उत्तराखंड महिला मंच की प्रदेश संयोजक कमला पंत के नेतृत्व में घंटाघर पर इकटठा हुए और वहां पर प्रदेश सरकार की जन विरोधी नीतियों एवं प्रदेश की राजधानी गैरसैंण में बनाये जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर राज्य सरकार व विपक्ष का पुतला दहन किया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि सरकार द्वारा गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाकर उत्तराखंडी जनता को ठगने का काम किया जा रहा है जबकि नेता, अफसर, ठेकेदार अपना उल्लू सीधा करने का प्रयास किया है और मंच गैरसैंण को इनके लिए ऐशगाह बनाने का पुरजोर विरोध करता रहेगा। उत्तराखंड की जनता ने हमेशा गैरसैंण को स्थाई राजधानी के रूप में माना है और उसी के लिए उसने सदा संघर्ष व जन आंदोलन किये है, आज सरकार ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में जनता को बांटने का काम कर रही है। इसके लिए एक बार सभी को मिलकर जनांदोलन के लिए तैयार रहना होगा।
उनका कहना है कि आज सरकार जन भावना को दरकिनार कर जिस तरह से ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घृणित राजनीति कर रही है जिसे सहन नहीं किया जायेगा। वह उत्तराखंड व उत्तराखंडी जनता के साथ सिर्फ धोखा है इसी के विरोध में व्यापक स्तर पर सडकों पर उतरकर सत्ता पक्ष व विपक्ष की ग्रीष्मकालीन राजधानी की राजनीति का विरोध किया जायेगा। गैरसैंण राज्य आंदोलन के समय ही राजधानी के लिए केन्द्र बिंदु घोषित किया गया लेकिन राज्य सरकारों ने जन भावनाओं का अनादर किया है जिसके लिए फिर से राज्य प्राप्ति आंदोलन के संघर्ष को तेज करना होगा और अब राजधानी के लिए व्यापक स्तर पर संघर्ष होगा।
पुतला दहन करने वालों में कमला पंत, शकुन्तला गुसांई, पदमा गुप्ता, विजय नैथानी, हेमलता नेगी, सरला रावत, मातेश्वरी रजवार, उर्मिला भटट, शांता नेगी, कली नेगी, शांति उप्रेती, सरोज चौहान, ऊषा भटट, बीनासकलानी सहित अनेक आंदोलनकारी मौजूद थे।