देहरादून : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान से इतर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की दून में रायता-ककड़ी की दावत ने कांग्रेस के भीतर बिखर रहे रायते को समेटने का अहसास कराया। इस पार्टी में कांग्रेस के तमाम नेता सहित कई समाजसेवियों ने भी शिरकत कर यह सन्देश दिया है कि हरदा की लोकप्रियता अभी कम नहीं हुई है।
विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर सीबीआइ का शिकंजा कसने के अंदेशे के बीच हरदा ने अपने चिर-परिचित सियासी अंदाज से विरोधियों को भी संदेश दिया तो इस मामले में पार्टी भी उनके पीछे लामबंद नजर आई। इस पार्टी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, कई विधायक-पूर्व विधायकों के साथ ही विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक संगठनों के लोगों भी पहुंचे। इस मौके पर हरीश रावत ने भाजपा सरकार पर उत्तराखंडीयत को कमजोर करने का आरोप लगाया।
परिस्थितियां चाहे पक्ष में हों या विपरीत, सियासत की धुरी को अपने इर्द-गिर्द कैसे समेटे रखा जा सकता है, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत गाहे-बगाहे इसकी बानगी पेश करने से नहीं चूकते। शनिवार को ईसी रोड स्थित एक विवाह मंडप में हरीश रावत की ओर से आयोजित रायता-ककड़ी दावत में यही नुमायां हुआ। विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में स्टिंग को लेकर सीबीआइ का शिकंजा रावत पर कस सकता है। इस अंदेशे के बीच रावत ने अपने बेफिक्री वाले अंदाज में उत्तराखंडी उत्पादों की अपनी पार्टी का सिलसिला जारी रखा। पार्टी में रायता, ककड़ी के साथ मशरूम, पत्यूड़, पकौड़ी व गेठी से बने व्यंजनों का लुत्फ लोगों ने लिया। राजनीतिक दलों के अलावा ट्रेड यूनियन, राज्य आंदोलनकारी व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि इस दावत में पहुंचे तो हरदा ने अपने हाथों से उन्हें व्यंजनों का स्वाद चखाया।
कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह, विधायक ममता राकेश व मनोज रावत के साथ ही मंत्री प्रसाद नैथानी, हीरा सिंह बिष्ट, जोत सिंह गुनसोला समेत पार्टी के कई पूर्व मंत्री-विधायक ने पार्टी में शिरकत की। पदमश्री अवधेश कौशल, सीपीएम से सुरेंद्र सिंह सजवाण, सीपीआई से बच्ची राम कंसवाल, राज्य आंदोलनकारी मंच से प्रदीप कुकरेती, राम लाल खंडूरी उपस्थित रहे।