राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा सभी लोग प्रेम, स्नेह और विश्वास के उत्सव रक्षाबंधन पर सभी लोग बालिकाओं के समग्र कल्याण और उनके सशक्तिकरण का लें संकल्प
बहनों को रक्षाबंधन के अवसर पर उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा करने की सरकार ने दी सुविधा
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राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा सभी लोग प्रेम, स्नेह और विश्वास के उत्सव रक्षाबंधन पर सभी लोग बालिकाओं के समग्र कल्याण और उनके सशक्तिकरण का लें संकल्पबहनों को रक्षाबंधन के अवसर पर उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा करने की सरकार ने दी सुविधा देवभूमि मीडिया ब्यूरो मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन पर्व की दी प्रदेशवासियों को बधाईदेहरादून । मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को रक्षाबंधन की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने रक्षाबंधन को विशेष रूप से भाई-बहन के आपसी प्रेम व सहयोग का पर्व बताते हुए कहा कि रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाईयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके सुख, समृद्धि व दीर्घायु की कामना करती हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी समृद्ध, सांस्कृतिक परम्पराओं से जुड़े इस पर्व का ऐतिहासिक महत्व है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि रक्षा बन्धन का पर्व महिलाओं के सम्मान से जुड़ा पर्व भी है।उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति हमारा प्रयास निरन्तर जारी है। महिलाओं को सशक्त किए बिना हम एक समृद्ध उत्तराखण्ड की कल्पना पूरी नहीं कर सकते।उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुविधा के लिये रक्षाबंधन के अवसर पर उन्हें उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा करने की भी सुविधा प्रदान की गई है।मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने सभी से कोरोना के दृष्टिगत आवश्यक सावधानियाँ बरतते हुए रक्षाबंधन त्यौहार मनाने की अपील की है।देहरादून । उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को रक्षाबंधन के पावन पर्व की बधाई व शुभकामनाएं दी हैं। रविवार को प्रदेशवासियों को जारी अपने संदेश में राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रेम, स्नेह और विश्वास के उत्सव रक्षाबंधन पर सभी लोग बालिकाओं के समग्र कल्याण और उनके सशक्तिकरण का संकल्प लें।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने पाने सन्देश में कहा कि रक्षाबंधन का पर्व भारत की समृद्ध संस्कृति व परंपराओं का प्रतीक है। यह पर्व भाई-बहन के बीच स्नेह, सम्मान व विश्वास की भावना को व्यक्त करता है। राज्यपाल ने जनता से अपील की है कि कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए बाजारों व आवागमन में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखें। समय समय पर सरकार, शासन प्रशासन के नियमों और बताई जा रही सावधानियों का पालन करते हुए रक्षाबंधन का त्यौहार मनायें।मुख्यमंत्री रावत ने दी संस्कृत दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाईदेहरादून । मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रक्षाबन्धन के अवसर पर देश भर में आयोजित होने वाले संस्कृत दिवस की बधाई व शुभकामनायें दी हैं।
अपने सन्देश में मुख्यमंत्री ने कहा कि देववाणी संस्कृत भाषा राष्ट्र को एकता के सूत्र में बांधने वाली सरल और सरस है। सभी प्रकार के ज्ञान और विज्ञान को पोषित करने वाली संस्कृत भाषा को हमारे पुराण व शास्त्रों में अमृत के समान बताया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कृत भाषा हमारे राज्य की दूसरी राजभाषा होने के साथ-साथ भारत के प्राचीन ऋषियों मुनियों की भाषा भी रही है। केन्द्र सरकार द्वारा भी नई शिक्षा नीति में संस्कृत भाषा के विकास के लिए अनेक महत्वपूर्ण उपाय सुनिश्चित किये हैं। राज्य सरकार भी संस्कृत भाषा के संरक्षण के लिए निरंतर प्रयासरत है।
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन पर्व की दी प्रदेशवासियों को बधाई
देहरादून । मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को रक्षाबंधन की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने रक्षाबंधन को विशेष रूप से भाई-बहन के आपसी प्रेम व सहयोग का पर्व बताते हुए कहा कि रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाईयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनके सुख, समृद्धि व दीर्घायु की कामना करती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी समृद्ध, सांस्कृतिक परम्पराओं से जुड़े इस पर्व का ऐतिहासिक महत्व है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि रक्षा बन्धन का पर्व महिलाओं के सम्मान से जुड़ा पर्व भी है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति हमारा प्रयास निरन्तर जारी है। महिलाओं को सशक्त किए बिना हम एक समृद्ध उत्तराखण्ड की कल्पना पूरी नहीं कर सकते।
उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुविधा के लिये रक्षाबंधन के अवसर पर उन्हें उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा करने की भी सुविधा प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने सभी से कोरोना के दृष्टिगत आवश्यक सावधानियाँ बरतते हुए रक्षाबंधन त्यौहार मनाने की अपील की है।
देहरादून । उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को रक्षाबंधन के पावन पर्व की बधाई व शुभकामनाएं दी हैं। रविवार को प्रदेशवासियों को जारी अपने संदेश में राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रेम, स्नेह और विश्वास के उत्सव रक्षाबंधन पर सभी लोग बालिकाओं के समग्र कल्याण और उनके सशक्तिकरण का संकल्प लें।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने पाने सन्देश में कहा कि रक्षाबंधन का पर्व भारत की समृद्ध संस्कृति व परंपराओं का प्रतीक है। यह पर्व भाई-बहन के बीच स्नेह, सम्मान व विश्वास की भावना को व्यक्त करता है। राज्यपाल ने जनता से अपील की है कि कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए बाजारों व आवागमन में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखें। समय समय पर सरकार, शासन प्रशासन के नियमों और बताई जा रही सावधानियों का पालन करते हुए रक्षाबंधन का त्यौहार मनायें।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने पाने सन्देश में कहा कि रक्षाबंधन का पर्व भारत की समृद्ध संस्कृति व परंपराओं का प्रतीक है। यह पर्व भाई-बहन के बीच स्नेह, सम्मान व विश्वास की भावना को व्यक्त करता है। राज्यपाल ने जनता से अपील की है कि कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखते हुए बाजारों व आवागमन में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखें। समय समय पर सरकार, शासन प्रशासन के नियमों और बताई जा रही सावधानियों का पालन करते हुए रक्षाबंधन का त्यौहार मनायें।
मुख्यमंत्री रावत ने दी संस्कृत दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई
देहरादून । मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रक्षाबन्धन के अवसर पर देश भर में आयोजित होने वाले संस्कृत दिवस की बधाई व शुभकामनायें दी हैं।
अपने सन्देश में मुख्यमंत्री ने कहा कि देववाणी संस्कृत भाषा राष्ट्र को एकता के सूत्र में बांधने वाली सरल और सरस है। सभी प्रकार के ज्ञान और विज्ञान को पोषित करने वाली संस्कृत भाषा को हमारे पुराण व शास्त्रों में अमृत के समान बताया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कृत भाषा हमारे राज्य की दूसरी राजभाषा होने के साथ-साथ भारत के प्राचीन ऋषियों मुनियों की भाषा भी रही है। केन्द्र सरकार द्वारा भी नई शिक्षा नीति में संस्कृत भाषा के विकास के लिए अनेक महत्वपूर्ण उपाय सुनिश्चित किये हैं। राज्य सरकार भी संस्कृत भाषा के संरक्षण के लिए निरंतर प्रयासरत है।
अपने सन्देश में मुख्यमंत्री ने कहा कि देववाणी संस्कृत भाषा राष्ट्र को एकता के सूत्र में बांधने वाली सरल और सरस है। सभी प्रकार के ज्ञान और विज्ञान को पोषित करने वाली संस्कृत भाषा को हमारे पुराण व शास्त्रों में अमृत के समान बताया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कृत भाषा हमारे राज्य की दूसरी राजभाषा होने के साथ-साथ भारत के प्राचीन ऋषियों मुनियों की भाषा भी रही है। केन्द्र सरकार द्वारा भी नई शिक्षा नीति में संस्कृत भाषा के विकास के लिए अनेक महत्वपूर्ण उपाय सुनिश्चित किये हैं। राज्य सरकार भी संस्कृत भाषा के संरक्षण के लिए निरंतर प्रयासरत है।