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अन्तर्राष्ट्रीय स्कींग फेडरेशन के चीफ इंस्पेक्टर जेरार्ड बर्नाड ने किया औली स्कीइंग स्लोप का स्थलीय निरीक्षण

औली स्कीइंग स्लोप के होमोलोगेशन हेतु स्थलीय निरीक्षण

वर्ष 2020 में औली में प्रस्तावित एफ.आई.एस. स्कीइंग  रेस के आयोजन की शुरू हुई तैयारियां 

स्लोप में उभर रहे पत्थरों तथा ड्रेनेज व्यवस्था को ठीक करने की बताई आवश्यकता

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

सचिव पर्यटन  श्री जावलकर ने बताया क्या है होमोलोगेशन की  प्रक्रिया

सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा औली में स्कीइंग प्रतियोगिता के सफल आयोजन हेतु व्यापक तैयारियां की जा रही हैं, होमोलोगेशन इसी प्रक्रिया का एक हिस्सा है।

उन्होने आगे बताया कि होमोलोगेसन स्कीइंग स्लोप के आरंभिक बिंदु से अंतिम बिंदु तक लंबाई और चौड़ाई में किए जाने वाली एक औपचारिक परीक्षण प्रक्रिया है जिसे कि किसी भी अंतरराष्ट्रीय स्किइंग आयोजन के पूर्व अनिवार्य रूप से करवाया जाना होता है।

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के सुविधाजनक परिवहन को लेकर भी शीघ्र ही जरूरी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने स्थानीय जनता से औली स्लोप के महत्व को समझते हुए इसे हर प्रकार से सुरक्षित रखने की अपील की।

जोशीमठ/ देहरादून : आगामी वर्ष 2020 में औली में प्रस्तावित एफ.आई.एस. स्कीइंग  रेस के आयोजन की तैयारियों के क्रम में अन्तर्राष्ट्रीय स्कींग फेडरेशन के चीफ इंस्पेक्टर जेरार्ड बर्नाड द्वारा औली स्कीइंग स्लोप के होमोलोगेशन हेतु स्थलीय निरीक्षण किया गया। इसके अतिरिक्त उन्होंने रोप वे  से पूरे स्कीइंग स्लोप का हवाई निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के पश्चात उन्होंने कतिपय सुझावों के साथ उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा स्लोप के रखरखाव  हेतु किए जा रहे कार्यों पर संतोष व्यक्त किया।

बर्नार्ड ने स्लोप में उभर रहे पत्थरों तथा ड्रेनेज व्यवस्था को ठीक करने की आवश्यकता जाहिर की। उन्होंने  कहा कि  स्लोप पर किसी भी प्रकार के वाहनों का संचालन तुरंत बंद किए जाने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने  संवेदनशील क्षेत्र में  एक सुरक्षा दीवार के निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया। 

एफ आई एस विशेषज्ञ ने यह सुझाव दिया कि एक सफल रेस के आयोजन हेतु उत्तराखंड सरकार को एक टीम गठित कर यूरोप में होने वाली स्कीइंग प्रतियोगिता को देखने के लिए भेजा जा सकता है। इसके अतिरिक्त उन्होंने खिलाड़ियों की सुरक्षा के दृष्टिगत कुछ संवेदनशील बिन्दुओ पर फोमिंग मैट्रेस बिछाने की आवश्यकता पर बल दिया। निरीक्षण के दौरान उनके साथ उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के साहसिक खेल अधिकारी जसपाल चौहान तथा गढ़वाल मंडल विकास निगम के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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