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गढ़वाल आयुक्त ने बनाया अधिकारियों का अप्रैल फूल

जगह-जगह बैठक में बुलाने के बाद भी नहीं पहुंचे गढ़वाल आयुक्त

गढ़वाल आयुक्त  केदारनाथ का जायजा लेकर सीधे लौटे देहरादून 

समय पर दिये विभागों को कार्य पूर्ण करने के निर्देश

रुद्रप्रयाग । गढ़वाल आयुक्त ने जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों को अप्रैल फूल बना दिया। बैठक में शामिल होने के लिये पहले अधिकारी कलेक्ट्रेट और फिर गढ़वाल मंडल निगम पहुंचे, लेकिन गढ़वाल आयुक्त ही बैठक में नहीं पहुंचे। बाद में जिलाधिकारी पहुंची, लेकिन तब तक अधिकांश अधिकारी उठकर चले गये थे।

दरअसल, गढ़वाल आयुक्त विनोद शर्मा के केदारनाथ दौरे को लेकर सभी तैयारियां थी। पहले यात्रा से संबंधित विभागीय अधिकारियों को केदारनाथ चलने के लिये कहा गया। जिसके बाद अधिकारी सुबह ही तैयार हो गये थे, लेकिन फिर अधिकारियों को केदारनाथ नहीं ले जाया गया। गढ़वाल आयुक्त के साथ जिलाधिकारी एवं एसपी ही केदारनाथ गये। बाद में अधिकारियों को कहा गया कि गढ़वाल आयुक्त यात्रा से संबंधित बैठक कलक्ट्रेट सभागार में लेंगे। जिसके बाद सभी अधिकारी-कर्मचारी कलक्ट्रेट पहुंच गये, लेकिन यहां भी बैठक रद्द हो गई और गढ़वाल मंडल विकास निगम में बैठक होने की बात कही गई।

फिर सभी अधिकारी-कर्मचारी कलक्ट्रेट से गढ़वाल मंडल विकास निगम में आ गये। जहां लगभग दो घंटे तक सभी विभागों के अधिकारी गढ़वाल आयुक्त का इंतजार करते रहे, लेकिन दो घंटे बाद जब पता चला कि बैठक रदद हो गई है और गढ़वाल आयुक्त सीधे देहरादून चले गये हैं तो अधिकारी भी उठकर चले गये। गढ़वाल आयुक्त के ना पहुंचने पर अधिकारी-कर्मचारियों में भी निराशा देखी गई। बाद में जिलाधिकारी बैठक में पहुंची, लेकिन तब तक अधिकांश अधिकारी वहां से चले गये थे। ऐसे में डीएम भी बैठक नहीं ले पाई। जिलाधिकारी रंजना वर्मा ने कहा कि केदारनाथ में मौसम खराब होने के कारण काफी देर हो गई थी। कुछ देर के लिये गुप्तकाशी में भी रूकना पड़ा। गढ़वाल आयुक्त को देहरादून में किसी बैठक में जाना था, जिस कारण वह बैठक नहीं ले पाये।

 

वहीँ  शनिवार को गढ़वाल आयुक्त विनोद शर्मा, डीआईजी गढ़वाल पुष्पक ज्योति के साथ ही जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने केदारनाथ यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान केदारनाथ यात्रा व्यवस्थाओं में लगे अधिकारी-कर्मचारियों को समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये गये।

शनिवार को गढ़वाल आयुक्त विनोद शर्मा ने केदारनाथ पहुंचकर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि तीन मई को भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने से पूर्व सभी यात्रा व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हो जाने चाहिये। केदारनाथ पहुंचाने वाले यात्रियां के लिये रहने-खाने की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिये। प्रशासन का लक्ष्य होना चाहिये कि हरेक यात्री यहां से एक अच्छा संदेश लेकर जाय।

उन्होंने कहा कि समय पर केदारनाथ में बिजली, पानी, राशन की आपूर्ति होनी चाहिये। केदारनाथ में यात्रियों के रहने की कोई दिक्कत न हो, इस बात का विशेष ख्याल रखा जाय। यात्रियों की सुविधा के लिए बायोमैट्रिक रजिस्ट्रेशन केन्द्र, प्रीपेड काउंटर बनाये जांय। समय से पहले ही पैदल मार्ग को दुरूस्त किया जाय, जिससे अन्य विभाग केदारनाथ में अपनी तैयारियां कर सके। उन्होंने कहा कि सुविधा के अनुसार ही यात्रियों को केदारनाथ भेजा जायेगा। जिलाधिकारी रंजना वर्मा ने कहा कि पैदल मार्ग पर कार्य शुरू हो गया है। जहां-जहां पैदल मार्ग पर बर्फ पड़ी है, वहां से बर्फ साफ की जा रही है। पैदल रास्ता सही होते ही सभी विभाग अपनी तैयारियां शुरू करेंगे।

उन्होंने कहा कि कपाट खुलने से पूर्व सभी अधिकारियों को समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये गये हैं। यात्रा व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इस दौरान गढ़वाल आयुक्त विनोद शर्मा, डीआईजी पुष्पक ज्योति, जिलाधिकारी रंजना वर्मा और पुलिस अधीक्षक प्रहलाद मीणा ने केदारनाथ में निर्मित सुरक्षा दीवार, घाट, हट्स, उरेडा के पॉवर हाउस का भी निरीक्षण किया। इस मौके पर निम के मनोज सेमवाल के साथ ही अन्य मौजूद थे।

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