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सेब की जड़ों को अपनी ‘जड़ों’ से जोड़ता बागवान


यह एक प्रेरक कहानी है। ऐसे बागवान की कहानी, जो इन दिनों सेब की जड़ों को अपनी जड़ों से जोड़ने की कोशिश में है। यह कहानी पहाड़ के बंजर खेतों का ‘हल’ है तो उजड़ते गांवों की उम्मीद। यह एक सुनहरे भविष्य का सपना है, उन कर्मवीरों के लिए मिसाल है, जो मंजिल तक पहुंचने के लिए न पगडंडियां ढूंढते हैं और न किसी बैसाखी का सहारा।
हिमाचल के मंडी जिले में स्थित क्लासन फार्म आज एक हाई डेंसिटी एप्पल फार्मिंग और इंटीग्रेटड फार्मिंग के लिए ट्रेनिंग और कंसल्टेंसी सेंटर बन चुका है। ईराक, ईरान और अफगानिस्तान आदि देशों से प्रगतिशील किसान यहां प्रशिक्षण लेने आते हैं । देश विदेश से लोग यहां फार्म देखने आते हैं। विक्रम रावत प्रगतिशील किसानों को सेब का उत्पादन कैसे बढ़ाएं, इसके ‘मंत्र’ बताते हैं।Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur.