– सीएम ने जताया शोक,  होली मिलन कार्यक्रम किए गए स्थगित

देहरादून : विधायक शाह का कर्णप्रयाग में अलकनंदा और पिंडर नदी के संगम पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने स्व.मगनलाल शाह के पार्थिव देह पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व.शाह हर समय क्षेत्र के विकास के लिए समर्पित रहे। वे बहुत ही सरल स्वभाव के तथा मृदुभाषी व्यक्ति थे और हमेशा ही क्षेत्र के विकास के लिए संघर्षरत रहे। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र पूर्वाह्न में दिवंगत विधायक के कर्णप्रयाग स्थित आवास पहुॅचे तथा उनके परिजनों को सान्त्वना प्रदान की। उन्होंने स्व.शाह की स्मृति में पौधे का रोपण भी किया। 

स्व.मगन लाल शाह का राजकीय सम्मान के साथ अलकनंदा एवं पिण्डर नदी के संगम कर्णप्रयाग में अंतिम संस्कार किया गया। स्व.शाह के ज्येष्ठ सुपुत्र गणेश शाह ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोगों ने नम आंखों से स्व.शाह को श्रद्धांजलि देते हुए अंतिम विदाई दी। दिवंगत विधायक के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द्र अग्रवाल, मंत्री डाॅ.धनसिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट सहित कर्णप्रयाग विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी, देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी, रुद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी ने भी स्व.शाह की अंतिम यात्रा में शामिल होकर उन्हें पुष्पचक्र अर्पित किये तथा भावभीनी श्रद्धाजंलि दी।  जिलाधिकारी  आशीष जोशी ने राज्यपाल के प्रतिनिधि के तौर पर दिवगंत विधायक स्व.शाह के पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। 

घाट पर विधायक शाह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया । इस दौरान उन्हें कंधा देने के लिए बड़ी संख्या में लोग कर्णप्रयाग पहुंचे । वहीं परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। विधायक के बच्चों और परिजनों के आंसू थम नहीं रहे हैं। दिवंगत विधायक मगन लाल शाह की पत्नी मुन्नी देवी शाह चमोली जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। उनका भी रो-रोकर बुरा हाल है। उन्हें बड़ी मुश्किल से परिजन संभाल रहे हैं। उधर, विधायक की निधन के शोक में नारायणबगड़, थराली, कर्णप्रयाग के बाजार बंद रहे ।

चमोली के जिले की थराली विधानसभा सीट से भाजपा विधायक मगनलाल शाह का रविवार रात करीब 10:25 बजे निधन हो गया था । वे  55 वर्ष के थे। उधर, सीएम ने विधायक शाह के निधन पर गहरा शोक जताया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने  मुख्यमंत्री आवास में रखा गया होली मिलन के कार्यक्रम सहित सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है।

गौरतलब हो कि भाजपा विधायक मगनलाल शाह की तबीयत 19 फरवरी को अचानक खराब हो गई थी। परिजन उन्हें लेकर जौलीग्रांट स्थित हिमालयन अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उनके फेफड़ों में इंफेक्शन बताया। वहीँ इस बीच 22 फरवरी को उनकी हालत और बिगड़ गई। डाक्टरों ने निमोनिया के साथ फेफड़ों में संक्रमण बढ़ने की बात बताई थी। तभी से उनका इलाज वहीं चल रहा था। रविवार रात उन्होंने अंतिम सांस ली। मगनलाल शाह इससे पहले भी एक बार पिंडर सीट से विधायक रह चुके हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विधायक शाह के निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है। साथ ही परिजनों को परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की कामना की।

उल्लेखनीय है  कि 57 साल के विधाक मगन लाल शाह विधायक थराली से भाजपा के विधायक थे। वे एक सर्राफा व्यापारी थे। वहीं वे एक ठेकेदार भी थे। हालांकि वे दसवीं पास थे, लेकिन उनकी प्रतिभा किसी से कम नहीं थी। मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूरी उन्हें वर्ष 1992-94 में राजनीति में लेकर आए। वर्ष 2002 के पहले चुनाव में बीजपी से टिकट मंगा लेकिन पार्टी ने विश्वास न जताते हुए पिंडर विधानसभा क्षेत्र से गोविंद लाल शाह को टिकट दिया मगन लाल शाह तब पार्टी के कहने पर मान गए जिसका नतीजा पिंडर विधानसभा क्षेत्र में बीजपी का परचम लहराया।

इसके बाद हुए 2007 विधानसभा सभा चुनाव में एक बार फिर से बीजपी से टिकट की दावेदारी की लेकिन निराशा ही हाथ लगी और दोबारा पार्टी ने गोविंद लाल शाह पर भरोसा जताते हुए टिकट उन्हें दिया। लेकिन इस बार मगन लाल शाह ने बगावत करके यूकेडी से टिकट लेकर चुनाव लड़ा लेकिन जीत बीजपी से उम्मीदवार गोविंद लाल शाह को मिली।इसके बाद त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव में अपने क्षेत्र पंचायत वार्ड गंडी कफ़ौली क्षेत्र से चुनाव लड़ा और क्षेत्र पंचायत सदस्य जीत लिया। वर्ष 2008-09 में नारायणबगड़ विकासखण्ड के ब्लॉक प्रमुख बने बताया जाता है कि प्रमुख बनने के समय भी बराबर सदस्यों का समर्थन मिलने के चलते टॉस हुआ था जिसमे मगन लाल शाह जीते ओर प्रमुख बनाये गए।

वर्ष 2012के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने लगातार दो बार विजेता रहे गोविंद लाल शाह की बजाय मगन लाल शाह पर भरोसा जताया और बीजपी के टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन इस बार उनके विपक्षी कांग्रेस से उम्मीदवार डॉ जीतराम ने उन्हें टक्कर मिली लेकिन मगन लाल शाह लगभग  400 वोट के अंतर से चुनाव हार गए इसके बाद हुए 2014 के त्रिस्तरीय पंचायती चुनावो में उनकी धर्मपत्नी मुन्नी देवी शाह चमोली की जिला पंचायत अध्यक्ष बनी।

वर्ष 2017 के विधानसभा सभा चुनावों में एक बार फिर पार्टी ने मगन लाल शाह पर भरोसा जताया और मगन लाल शाह ने भी इस भरोसे पर खरा उतरते हुए लगभग 4300 के भारी अंतर से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी डॉ जीतराम को हराया और विधानसभा पहुंचे। वर्ष 2002 से बीजेपी के लिए  मगन लाल शाह लगातार पार्टी को मजबूती देते रहे। मगन लाल शाह बीजपी के अनुसूचित जाति मोरचे का प्रदेश अध्यक्ष पद भी सम्भाल चुके हैं लेकिन पार्टी का ये मजबूत कंधा 19 फरवरी को स्वास्थ्य हानि के चलते जोली ग्रांट अस्पताल में भर्ती हुए । जिंदगी और मौत के बीच वेंटिलेटर पर रविवार(25 फरवरी) को थराली से विधायक और बीजपी के इस सिपाही ने अपनी अंतिम सांस ली।