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खुश रहना देश के प्यारो अब हम तो सफर करते हैं……

  • श्रद्धांजलि : पीएम बोले, अटल जी के निधन से पिता तुल्‍य संरक्षक का साया उठ गया
  • पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन, शोक में डूबा देश
  • सात दिन का राष्ट्रीय शोक
  • अंतिम दर्शन सुबह 9 बजे से बीजेपी मुख्यालय में

 

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार सायं 5 बजकर 5  मिनट पर निधन हो गया है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने जारी शोक सन्देश में कहा है कि जन जन के प्रिय पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के निधन से पूरा देश स्तब्ध है। ईश्वर से प्रार्थना है अटल जी की आत्मा को शांति प्रदान करें। भारत माता के मुकुट का एक प्रदीप्त रत्न खोया है। आप की कमी को कोई पूरा नहीं कर पायेगा अटल जी।

देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। अटल बिहारी वाजपेयी ने एम्‍स दिल्‍ली में आखिरी सांस ली। बीते एक महीने से अटल बिहारी को यूटीआई इंफेक्शन, लोवर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन और किडनी संबंधी बीमारियों के कारण एम्स दिल्ली में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी।

सुबह से ही अटल बिहारी वाजपेयी की सेहत की जानकारी लेने के लिए नेताओं का एम्‍स में आना जाना लगा हुआ था। गुरुवार दोपहर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अटल बिहारी वाजपेयी से मिलने एम्‍स पहुंचे। उनके अलावा, बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह, राजस्‍थान की मुख्‍यमंत्री वसुंधरा राजे, कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी, अमर सिंह, अरविंद केजरीवाल सहित कई विपक्षीय नेता भी उनसे मिलने पहुंचे थे।

अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 25 दिसम्बर 1924 को हुआ था। उनके पिता कृष्ण बिहारी बाजपेयी शिक्षक थे। उनकी माता कृष्णा थीं। वैसे मूलतौर पर उनका संबंध उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के बटेश्वर गांव से है लेकिन पिता मध्य प्रदेश में शिक्षक थे। इसलिए उनका जन्म वहीं हुआ। हालांकि उनका लगाव उत्तर प्रदेश की राजनीतिक से सबसे अधिक रहा। लखनऊ से वो सांसद रहे थे।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के देहावसान पर शोक व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है… हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे… अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था… उनका जाना, एक युग का अंत है…
लेकिन वह हमें कहकर गए हैं –
मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं,
ज़िन्दगी सिलसिला, आज कल की नहीं
मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं,
लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूं?
अटल जी आज हमारे बीच में नहीं रहे, लेकिन उनकी प्रेरणा, उनका मार्गदर्शन, हर भारतीय को, हर भाजपा कार्यकर्ता को हमेशा मिलता रहेगा… ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके हर स्नेही को यह दुःख सहन करने की शक्ति दे… ओम शांति…!

अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर कृष्णा मेनन मार्ग स्थित उनके आवास पर ही रहेगा आज रात

अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर आज रात कृष्णा मेनन मार्ग स्थित उनके आवास पर ही रहेगा. कल तकरीबन 9 बजे उनके पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय लाया जाएगा. तकरीबन 1.30 बजे अंतिम यात्रा निकाली जाएगी, जो बीजेपी दफ्तर से राष्ट्रीय स्मृति स्थल तक जाएगा.

devbhoomimedia

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