उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में लग रही वनाग्नियों पर रोकथाम एवं काबू पाने के लिए वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश
आग लगाने वाले व्यक्तियों पर मुकदमा दर्ज कर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाए : वन मंत्री
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : वन एवं पर्यावरण मंत्री डाॅ. हरक सिंह रावत द्वारा उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में लग रही वनाग्नियों पर रोकथाम एवं काबू पाने के लिए पहाड़ की जनता से सहयोग की अपील की है। वन मंत्री डा हरक सिंह रावत द्वारा जंगल में लगने वाली आग को जल्द से जल्द काबू पाने के लिए वन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वनाग्नियों में आग लगाने वाले व्यक्तियों पर मुकदमा दर्ज कर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाए।
माननीय वन मंत्री जी द्वारा अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गये कि अगर कोई व्यक्ति जंगल में आग लगाता है ओर तत्काल आरोपी का पता न चलने की स्थिति में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सख्त से सख्त कार्यवाही के आदेश दिए।
मुख्यमंत्री तथा वन मंत्री के निर्देशों से उत्तराखण्ड की वन विभाग के समस्त 39 डिविजनों में प्रत्येक डिविजन को आग बुझाने तथा उस पर काबू पाने के सबसे अच्छा कार्य करेगा, उसे एक लाख की धनराशि प्रथम पुरस्कार के रूप में दी जाएगी। वहीं प्रत्येक डिविजन मे चार लोगों को जो दूसरे नंबर पर आएंगे उन्हें 51 हजार की धनराशि पुरस्कार के रूप में दिया जायेगा। जबकि तीसरे पुरस्कार के रूप में उत्तराखण्ड की 10 संस्थाओं को डिविजन स्तर पर महिला मंगल दल, युवक मंगल दल, ग्राम पंचायत, वन पंचायत) को ₹ 31 हजार की धनराशि पुरस्कार के रूप में दिया जायेगा। वन मंत्री ने जल्द से जल्द ग्राम स्तर पर वन प्रहरी की नियुक्ति के निर्देश भी दिए, जिससे ग्राम स्तर पर रोजगार भी उपलब्ध हो पायेगा।
माननीय मंत्री जी द्वारा के द्वारा यह निर्देश दिए गये है कि जिन भी स्थानों पर जंगलों में आग लगी है उन समस्त स्थलों पर कर्मचारियों के साथ डीएफओ, एसडीओ तथा रेंजर समस्त अधिकारी भी आग को बूझाने तथा आग पर काबू पान के लिए कार्य करेंगे।
माननीय मंत्री जी द्वारा उत्तराखण्ड की जनता से भी विन्रम अपील की गयी की प्रत्येक व्यक्ति जो पर्वतीय क्षेत्र में निवासरत है वह अपने घरों के आसपास जंगल में आग की घटना को रोके और वनाग्नि की घटना रोककर उत्तराखण्ड के जंगलों को जलने से बचाने के लिए सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा आप सभी के सहयोग से ही यह वनाग्नि की घटना को रोका जा सकता है।