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उत्तराखंडी भीमताली शैली की रामलीला ‘रुद्रवीणा’ का दिल्ली में हुआ मंचन


नई दिल्ली : उत्तराखंड की भीमताली शैली रामलीला अपने आप मे बहुत सशक्त है। मानस के पद व चौपाइयों पर आधारित गेय शैली मे दस रात्रियों तक क्रमशः विभिन्न रागों के गायन पर आधारित यह रामलीला विश्व का सबसे बड़ा गेय नाट्य है।
रामलीला आयोजक ‘रुद्रवीणा’ संस्था के संरक्षक व विश्व ब्राह्मण सभा के उपाध्यक्ष के सी पांडे द्वारा मुख्य अतिथि चंद्रयान दो के वैज्ञानिकों व देश की वर्तमान सत्ता के मुखिया जैसी हस्तियों के गुरु रहे डॉ मुरली मनोहर जोशी के सम्मान मे उनके आदर्श व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला, आयोजन मे आने हेतु उनका आभार व्यक्त किया। अवगत कराया उनकी संस्था का रामलीला मंचन का 2018 के बाद 2019 मे यह दूसरा चुनोतीभरा प्रयास है। डॉ मुरली मनोहर जोशी, सांसद अजय भट्ट व मोहन सिंह बिष्ट के साथ-साथ अन्य आमंत्रित अतिथियो विनोद बछेती, गोपाल उप्रेती, दीप मोहन नेगी इत्यादि को भी सम्मान स्वरूप पुष्प गुच्छ व संस्था स्मृति चिन्ह भेट किए गए। सांसद अजय भट्ट ने श्रोताओं को संबोधित कर रामकथा के महत्व व उसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला।Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur.