UTTARAKHAND

Corbett Tiger Reserve में प्रवेश को अब नहीं होगा झंझट, किसी भी प्रवेश द्वार से कर सकेंगे प्रवेश की बुकिंग

कोटद्वार के पाखरों प्रवेश द्वार से भी कार्बेट टाइगर रिजर्व के लिए ऑनलाइन प्रवेश की होगी व्यवस्था

कोटद्वार स्थित हल्दूपडाव में विद्यार्थियों एवं अन्य शोधार्थियों हेतु बनेगी डोरमेट्री

एक व्यक्ति के मोबाइल से बुकिंग स्वीकृत करने की मिलेगी सुविधा

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून : कॉर्बेट पार्क में देशी और विदेशी पर्यटकों को बिना किसी विलम्ब के सरलतापूर्वक वन्यजीवों की नज़दीक से जानकारी और वाइल्ड सफारी को लेकर वन्यजीव प्रेमियों को समान रूप से ऑनलाइन बुकिंग प्रदान किये जाने की व्यवस्था का निर्णय लिया गया। 

गुरुवार को विधानसभा कार्यालय में हुई बैठक की जानकारी देते हुए प्रदेश के वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के विशेष कार्याधिकारी विनोद रावत ने बताया कि डॉ. हारक सिंह रावत ने  विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर काॅर्बेट टाइगर रिजर्व के विभिन्न प्रवेश द्वारों से पर्यटकों के ऑनलाइन प्रवेश के सम्बन्ध में निर्णय लिया है ।

उन्होंने बताया कि अब कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व में देशी एवं विदेशी  जिससे पर्यटकों को बिना किसी विलम्ब के कार्बेट टाइगर रिजर्व में सरलतापूर्वक सफारी कराये जाने के लिए सामान रूप से ऑनलाइन बुकिंग खोली जायेगी। वहीं बैठक में निर्णय लिया गया कि कोटद्वार के पाखरों प्रवेश द्वार को कार्बेट टाइगर रिजर्व के लिए ऑनलाइन प्रवेश की व्यवस्था से भी जोड़ा जाएगा ताकि धिकालऔर धनगढ़ी प्रवेश द्वारों पर भीड़ को कुछ कम किया जा सके।

डा. हरक सिंह रावत द्वारा विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि ऑनलाइन बुकिंग को सरलीकृत करते हुए केवल एक व्यक्ति के मोबाइल से बुकिंग स्वीकृत करने की सुविधा प्रदान करने का भी निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा वन्य जीवन को और समीप से देखने के लिए कोटद्वार स्थित हल्दूपडाव में विद्यार्थियों एवं अन्य शोधार्थियों हेतु डोरमेट्री का संचालन करने का निर्णय लिया गया है।

डॉ. रावत द्वारा ऑनलाइन बुकिंग की इस व्यवस्था को विस्तृत रूप देते हुए कार्बेट टाइगर रिजर्व के लिए किसी भी देश से उस देश के नागरिक द्वारा दुनिया में अन्य देश के किसी भी व्यक्ति के लिए सफारी बुकिंग किये जाने की व्यवस्था को तत्काल लागू किये जाने का निर्णय लिया गया। इस ऑनलाइन बुकिंग व्यवस्था से कार्बेट टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की संख्या में वृद्वि भी होगी।

वन एवं कौशल विकास मंत्री डॉ. रावत के अनुसार पर्यटन का बढावा दिये जाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय प्राणी उद्यानों में कार्यरत गाइडों को कौशल विकास के माध्यम से कुशल प्रशिक्षण प्रदान कर पर्यटकों को वन्यजीवों के सम्बन्ध में जागरूक भी किया जायेगा। जिससे मानव और वन्यजीवों के मध्य संघर्ष को जागरूकता के माध्यम से कम किया जा सकें ।

उक्त बैठक में मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक श्री राजीव भरतरी, निदेशक कार्बेट टाइगर रिजर्व श्री राहुल तथा निदेशक, एनआईसी के. नारायण आदि अधिकारी उपस्थित रहें।

विनोद रावत
विशेष कार्याधिकारी
माननीय वन एंव पर्यावरण मंत्री,
उत्तराखण्ड सरकार।

devbhoomimedia

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