सरकार को कर्मचारियों की चेतावनी
कर्मचारी खुलकर सरकार की मुखालफत में आ खड़े हुए
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : उत्तराखंड की भाजपा सरकार कर्मचारी संगठनों के निशाने पर है। कर्मचारियों का सरकार को लेकर गुस्सा इस कदर है कि बात चेतावनी तक जा पहुंची है। मामला एक दिन पहले हुई त्रिवेंद्र कैबिनेट के फैसले से जुड़ा है। जिसे कर्मचारियों द्वारा सरकार से वापस लेने की मांग चल रही है।
देहरादून में मुख्यमंत्री आवास पर त्रिवेंद्र कैबिनेट की बैठक के दौरान कर्मचारियों को लेकर लिया गया एक फैसला सरकार और कर्मचारियों के बीच तनातनी की वजह बन गया है। मामला कर्मचारियों की हड़ताल से जुड़ा है, जिसमे मंत्रिमंडल ने हड़तालियों को हड़ताल के दौरान वेतन नही देने का निर्णय लिया है। इसके बाद कर्मचारी खुलकर सरकार की मुखालफत में आ खड़े हुए हैं। कर्मचारी नेताओं ने तो सरकार को चेतावनी देते हुए कर्मचारियों बड़ी संख्या होने का डर भी दिखा दिया है। कर्मचारी नेता की माने तो कर्मचारियों ने कई सरकारों को बदला भी है और सरकार यदि घमंड में रही तो कर्मचारी कुछ भी करने को स्वतंत्र हैं।
सरकार ने कर्मचारियों की हड़ताल पर बड़ा निर्णय तो ले लिया है लेकिन कर्मचारियों का दबाव भी सरकार पर बढ़ने लगा है। ऐसे में देखना होगा कि सरकार इस दबाव को कितना सह पाती है और क्या निर्णय वापस लेने की मांग कर्मचारी सरकार से मनवा पाते हैं। उधर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने no work no pay का पहले ही शासनादेश होने की बात कहकर कानून का पालन अबतक नही होने की बात कही।